तमिलनाडु : मुफ्त धोती और साड़ी के लिए मची भगदड़ में 4 महिलाओं की मौत

चेन्नई। तमिलनाडु के तिरुपत्तूर जिले के वनीयंबादी शहर में मुफ्त धोती और साड़ी के लिए टोकन बांटने के दौरान शनिवार शाम मची भगदड़ में चार बुजुर्ग महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई जबकि आठ अन्य लोग घायल हो गए।

यह त्रासदी कल शाम एक तेल मिल की इमारत में उस समय हुई जब बड़ी संख्या महिलाओं समेत लोग वहां एकत्र हुए थे। करीब 2000 लोगों को पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर टोकन वितरित किया जाना था कि इसबीच भगदड़ मच गई।

मृतकों की पहचान एस. वल्लीअम्मल (60), जे. राजथी (62), सी. नागम्मल (60) और एल. मल्लिगा (75) के रूप में हुई है। सभी आसपास के गांवों के निवासी थीं। भगदड़ में घायल हुए आठ लोगों को निकाल लिया गया और इलाज के लिए वनियामबाड़ी के सरकारी तालुक अस्पताल में भर्ती कराया गया।

घटना के बाद निजी तेल मिल के मालिक अयप्पा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक दशक से अधिक समय से, अयप्पा हर साल पोंगल त्योहार के बाद लगभग 2,000 लोगों को नियमित रूप से मुफ्त धोती और साड़ी वितरित करते आ रहे हैं।

पुलिस ने कहा कि मिल मालिक को रविवार को केवल मुफ्त में धोती और साड़ी वितरण करने की अनुमति दी गई थी और टोकन वितरण के लिए कोई अनुमति जारी नहीं की गई थी।

पुलिस के मुताबिक पिछली बार वितरण का काम खुले में हुआ था जबकि इस बार मिल की चारों ओर चाहरदीवारी खड़ी कर दी गई है। इसके कारण लाभार्थी परिसर में स्वतंत्र रूप से प्रवेश करने में असमर्थ थे तथा टोकन लेने के लिए भीड़ में आपस में धक्का-मुक्की करते रहे। इस बीच भगदड़ मच गई जिसके कारण यह हादसा हुआ।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भगदड़ में चार महिलाओं की मौत पर गहरा दुख व शोक व्यक्त किया और उनके परिवारों को दो-दो लाख रुपए की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।

स्टालिन ने कहा कि भगदड़ के दौरान सांस लेने में तकलीफ और दम घुटने के कारण तीन अन्य महिलाएं बीमार हैं और उन्हें वानीयंबादी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने अस्पताल में भर्ती प्रत्येक घायल को 50,000 रुपए की सहायता देने की भी घोषणा की। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जन राहत कोष से मुआवजे की राशि देने की घोषणा की।

इस बीच, अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी और पीएमके अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अंबुमणि रामदास ने भी मौतों पर शोक व्यक्त किया तथा राज्य सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि भविष्य में ऐसे समारोहों में उचित व्यवस्था की जाए। दोनों नेताओं ने सरकार से प्रत्येक पीड़ित को दो लाख रुपए से बढ़ाकर दस लाख रुपए मुआवजा देने का भी आग्रह किया।

पलानीस्वामी ने यहां एक बयान में चार महिलाओं की मौत के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पोंगल पर्व के दौरान लोगों को मुफ्त धोती और साड़ियां बांटने में हुई देरी इस घटना का कारण थी। उन्होंने कहा कि यह पता चलने पर कि वनीयमाबादी स्थित एक व्यवसायी थाईपोसम के अवसर पर मुफ्त धोती और साड़ी की पेशकश कर रहा है, बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं उसी के लिए टोकन लेने के लिए एकत्र हुए, जिसके परिणामस्वरूप भगदड़ मच गई और चार महिलाओं की जान चली गई।

डॉ अंबुमणि ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में कहा कि मानवीय आधार पर दी जा रही ऐसी कल्याणकारी योजनाओं का स्वागत है। लेकिन पर्याप्त एहतियाती कदम उठाने होंगे ताकि ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।