चेन्नई। तमिलनाडु में 2026 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) ने सीटों के बंटवारे पर भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट कर दिया है कि वह कुल 234 सीटों में से 170 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है।
सूत्रों के अनुसार चेन्नई में अन्नाद्रमुक महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी (ईपीएस) के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को राजग सहयोगियों के लिए सीटों की संख्या वाली एक सूची सौंपी गई।
गोयल राज्य में भाजपा के चुनाव प्रभारी भी हैं। भाजपा द्वारा राजग में सीटों के बंटवारे पर शुरू की गई यह पहली बैठक थी। गोयल के साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और राज्य इकाई के नेता भी मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि टिकट के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए आवेदन वितरण शुरू कर चुके अन्नाद्रमुक ने अपने लिए 170 सीटें रखी हैं, जबकि भाजपा और संभावित सहयोगी दल पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के लिए 23-23 सीटें और अन्य के लिए 18 सीटें छोड़ी हैं। 40 से 60 सीटों का दावा करने वाली भाजपा के लिए यह स्वीकार्य नहीं हो सकता है।
इसके अलावा ईपीएस ने कथित तौर पर गोयल को सूचित किया कि अन्नाद्रमुक के विद्रोही नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम (ओपीएस) और अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (एएमएमके) नेता टीटीवी दिनाकरण को शामिल करना भाजपा पर निर्भर है। ये दोनों दल 2024 के लोकसभा चुनाव में राजग का हिस्सा थे, लेकिन अन्नाद्रमुक की दोबारा वापसी के बाद उन्होंने गठबंधन छोड़ दिया था।
गोयल ने बैठक के बाद मीडिया से कहा कि राजग ईपीएस के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेगा और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नीत गठबंधन को हराएगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्ट द्रमुक को सत्ता से हटाना हमारा लक्ष्य है। हम ईपीएस के नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में आत्मविश्वास के साथ चुनाव लड़ेंगे। राजग को शानदार जीत मिलेगी।
गोयल ने अन्नाद्रमुक नेतृत्व के साथ अपनी बातचीत पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि हमने विकास और रोजगार पर ध्यान केंद्रित करते हुए चुनाव अभियान के समन्वय पर चर्चा की। उन्होंने अभिनेता विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) को राजग में शामिल करने की उम्मीदें छोड़ते हुए राज्य भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में कहा कि विजय केवल वोट काटने वाले हैं।
यह बयान ईपीएस द्वारा द्रमुक विरोधी दलों को अन्नाद्रमुक नीत गठबंधन में शामिल होने के निमंत्रण के एक दिन बाद आया है। इसे टीवीके को लुभाने के एक और प्रयास के रूप में देखा गया था, जबकि विजय लगातार अन्नाद्रमुक को नजरअंदाज कर रहे हैं और उस पर सांप्रदायिक भाजपा के साथ गठबंधन करने का आरोप लगा रहे हैं। विजय ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए अन्नाद्रमुक के नाम के आधार अन्ना सीएन अन्नादुरई और अन्नाद्रमुक संस्थापक एमजीआर (एमजी रामचंद्रन) को तमिलनाडु की साझा संपत्ति बताते हुए अपनाना शुरू कर दिया है।



