विश्व अण्डा दिवस : तुम बदनाम बहुत हो, जैसे हो फिर भी अच्छे हो

अण्डा खाने वाले खाते ही हैं, चटकारे लेकर। अण्डा करी हो, भुर्जी हो, अण्डा सलाद हो। सभी को स्वादिष्ट लगता है। इसे अकेले ही उबाला, तला, भूना जा सकता है। यह किसी बड़े व्यंजन का हिस्सा हो सकता है। ऑमलेट, सलाद, बेकन, पनीर, हरी मिर्च, काली मिर्च और नमक के साथ।

लेकिन कुछ लोग खाते खाते भी इल्ज़ाम लगाएंगे कि असली अण्डा तो देशी मुर्गी का होता है। पोल्ट्री फार्म का अण्डा तो नक़ली होता है। एण्टीबाॅयटिक, हार्मोन्स वगैरह मुर्गियों को देकर उत्पादन किया जाता है। गाड़ी लेकर शहर में देशी अण्डा ढ़ूढ़ते रहेंगे लेकिन पड़ोस की दुकान में सस्ता अण्डा मिल रहा है, उसे मशीन से निकाला हुआ कह कर नहीं खरीदेंगे। मुझे समझाते हुए एक समय निकल गया कि दोनों मुर्गियों के अण्डों में कोई फर्क नहीं होता। दोनों बराबर हैं। आप तो अण्डे के व्यंजन खाते रहो। आपको बराबर मात्रा में पोषक तत्व मिलते रहेंगे।

अंतर है तो सिर्फ पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों में उत्पादन क्षमता का। पोल्ट्री फार्म की मुर्गियों में अनुवांशिक रूप से अधिक से अधिक अण्डा उत्पादन की क्षमता विकसित की गई है। मुर्गी में मादा हार्मोनल चक्र के कारण लगभग प्रतिदिन ओव्यूलेशन होता है और अगले 24 घंटे बाद अण्डा बनकर बाहर आ जाता है। यह आनुवांशिकी है। कोई दवाई वगैरह की वजह से नहीं।

अण्डा रंगभेद का भी शिकार होता है। पोल्ट्री फार्म का अण्डा सफेद रंग का और देशी मुर्गी का अण्डा भूरे रंग का होता है। पोरफायरिन नाम के एक पिगमेंट की वजह से अण्डे के छिलके के रंग भूरा होता है और जिसमें पिगमेंट नहीं होता तो वह अण्डा सफेद रंग का रहता है। वैसे भी अण्डे का छिलका खाते नहीं हैं। दोनों प्रकार के अण्डों में मौजूद पोषक तत्व बराबर मात्रा में होते हैं।

जिम जाने वाले, बाॅडी बिल्डिंग वाले अण्डे का सिर्फ सफेद हिस्सा खाते हैं और पीला भाग फ़ेंक देते हैं। ऐसे लोग अण्डे का सिर्फ आधी मात्रा में ही प्रोटीन ले पाते हैं। अण्डे के सफेद और पीले, दोनों में ही हिस्से में आधा आधा यानि कि लगभग 3-3 ग्राम प्रोटीन होता है। अण्डे का सफेद भाग में मुख्य रूप से प्रोटीन, फाॅस्फोरस और पानी होता है। जबकि पीले भाग में प्रोटीन के साथ साथ, सभी विटामिन (विटामिन सी को छोड़कर), खनिज तत्व, वसा, ओमेगा-3 फैटी एसिड, कोलीन और ज़ेक्सैंथिन जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। वास्तविकता में अण्डे का पावर हाउस तो पीला भाग ही होता है। हमेशा पूरा अण्डा खाना चाहिए क्योंकि इससे आपको सभी आवश्यक पोषक तत्व एक साथ मिल जाते हैं।

दिल के रोगियों का दर्दे दिल यह होता है कि अण्डे में काॅलेस्टा्ॅल मौजूद होता है। इसी डर से अण्डा खाने से परहेज़ करते हैं। हकीकत में अण्डे में कुल 186 मिग्रा काॅलेस्टा्ॅल होता है जो अच्छा काॅलेस्टा्ॅल माना जाता है और हृदय की बीमारी का खतरा कम करता है। उल्लेखनीय है कि हमारे शरीर में मौजूद अच्छे और बुरे काॅलेस्टा्ॅल का अनुपात ह्रदय को प्रभावित करता है।

कुछ लोग गर्मी के मौसम में अण्डा खाने से परहेज़ करते हैं। उनका मानना है कि अण्डा गर्म होता है। जबकि वैज्ञानिक दृष्टि से अण्डे में ठण्डा या गर्म जैसा कोई तत्व नहीं होता। सिर्फ गलतफहमी है। अपने देश में प्रति वर्ष, प्रति व्यक्ति अण्डे की खपत मात्र 103 है जबकि मैक्सिको, जापान, चीन आदि जैसे काफी देशों में यह खपत 400 से कहीं अधिक है। अण्डे खाने की वजह से किसी व्यक्ति के पागल होने की खबर आज तक तो कभी, कहीं से आयी नहीं।

लोग इसी ऊहापोह में रहते हैं कि अण्डा शाकाहारी भोजन है या मांसाहारी। हालांकि ऐसा कभी नहीं हुआ कि ऑमलेट बनाने के लिए फ्राईपैन में अण्डा फोड़ा हो और अंदर से चूजा निकल आया हो। देशी मुर्गी का अण्डा जरूर मांसाहारी हो सकता है क्योंकि देशी मुर्गी में अमूमन निषेचन होता रहता है और फिर भ्रूण का विकास होकर अण्डे से चूजा निकलता है। लेकिन पोल्ट्री फार्म में पाली जा रही मुर्गियों में ऐसी कोई सम्भावना नहीं होती है। क्योंकि उनमें निषेचन नहीं करवाया जाता है। और न ही अण्डे में कोई भ्रूण (या कोई भी जीव) होता है। जब किसी भी प्रकार की कोई जीव हत्या नहीं होती है तो अनिषेचित अण्डा कैसे मांसाहारी भोजन हो सकता है।

आदिवासी लोककथाओं में वर्णन है कि किसी गांव में अकाल, महामारी परिस्थितियों में ओझा द्वारा किसी विधवा या बूढ़ी महिला को जिम्मेदार ठहराते हुए डायन घोषित कर दिया जाता था। यहां तक कि उसकी हत्या तक कर दी जाती थी। जब भी कोई रोग प्रकोप होता है तो कमोबेश यही स्थिति पोल्ट्री फार्म के अण्डों की हो जाती है। अण्डों के खिलाफ दुष्प्रचार शुरू हो जाता है। और लोग अण्डा खाना बंद कर देते हैं

वर्ष 2008 में महाराष्ट्र में देश का पहला बर्ड फ्लू का प्रकोप हुआ तो लोगों ने अण्डा खाना छोड़ दिया। फिर वर्ष 2019 में कोविड की महामारी आयी तो शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर अण्डे को कोविड प्रकोप का जिम्मेदार घोषित कर दिया। धीरे धीरे यह दुष्प्रचार मांसाहार बनाम शाकाहार में बदल गया। वर्ष 2021 में कौओं में फ्लू के प्रकोप की खबर आई तो फिर अण्डे पर कहर टूटा। फिर से अण्डा खाना बंद कर दिया। ऐसे महामारी के समय, अण्डों का सेवन करते रहते तो उनका भला होता।

वास्तविकता यह है कि कोविड जैसे वायरल प्रकोप में अपने शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए पोल्ट्री फार्म का अण्डा एक औषधि के रूप में सामने आया है। ऐसे समय में प्रोटीन युक्त भोजन लेने की आवश्यकता होती है। वायरस को पहचानने और उसे निष्क्रिय करने के लिए अपना शरीर इम्यूग्लोबिलिन्स यानि कि एण्टीबाॅडीज बनाता है जो प्रोटीन से बनते हैं। पोल्ट्री फार्म का अण्डे में उच्च गुणवत्ता का प्रोटीन होता है और शरीर के लिए अति आवश्यक सभी 9 एमीनो एसिड पाये जाते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए आवश्यक जिंक, सेलेनियम, कोबाल्ट, आयरन, कोलीन क्लोराइड जैसे खनिज तत्व और विटामिन ए, डी, ई, बी-6, बी-12 आदि अण्डे में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

अण्डे से सबसे सस्ता प्रोटीन आहार है। 60 ग्राम के अण्डे में 6 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इस प्रोटीन का जैविक मूल्य लगभग 94 प्रतिशत है,… इससे अधिक 100 प्रतिशत जैविक मूल्य सिर्फ मां के दूध में ही होती है।

हमारे शरीर के प्रति 1 किग्रा वज़न के हिसाब से 1 ग्राम प्रोटीन की प्रतिदिन आवश्यकता होती है और पोल्ट्री फार्म का अण्डा, लगभग 1 रुपए प्रति 1 ग्राम प्रोटीन के बराबर कीमत में बाजार में मिलता है। इतने सस्ते प्रोटीन आहार से महिलाओं और बच्चों में कुपोषण की समस्या दूर हो सकती है।

पोल्ट्री फार्म का अण्डा व्हाट्सएप विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए शोध का विषय बना हुआ है। लगातार अवैज्ञानिक तथ्यों वाले वीडियो और तस्वीरें फैलाकर इसके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है।

अपने देश में अण्डा उत्पादन साल दर साल 7-8 प्रतिशत की विकास दर से आगे बढ़ ही रहा है। वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित अण्डे के बारे में जानकारी समाज को दी जाये तो इसे पोष्टिक आहार के रूप में शामिल किया जा सकता है जो कि एक प्राकृतिक, प्रोटीनयुक्त और मल्टीविटामिन कैप्सूल है। सस्ता, सुलभ और सम्पूर्ण।

पोल्ट्री फार्म के अण्डे के बारे में बात करते करते जनाब मोहसिन नक़वी साहब का एक शेर याद आ गया…….”मोहसिन’ तुम बदनाम बहुत हो, जैसे हो फिर भी अच्छे हो”

डॉ आलोक खरे
9414707657