विक्रम मजीठिया अरेस्ट, 540 करोड़ से अधिक अवैध संपत्ति का खुलासा

चंडीगढ़। पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने बुधवार को एक ड्रग तस्करी से जुड़े एक मामले में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता और पूर्व मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर तथा चंडीगढ़ आवासों सहित बाहर जगहों पर छापेमारी की एवं इसी बीच ब्यूरो की टीम ने मजीठिया को यहां स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया।

रिपोर्टों के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) लखबीर सिंह सहित लगभग 10 से 15 अधिकारी ऑपरेशन के हिस्से के रूप में ग्रीन एवेन्यू क्षेत्र में मजीठिया के घर पहुंचे। पंजाब राज्य अपराध पुलिस स्टेशन में दर्ज एक प्राथमिकी की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) और विजिलेंस ब्यूरो की जांच में मजीठिया द्वारा ड्रग मनी के बड़े पैमाने पर धन शोधन का खुलासा हुआ है।

प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि 540 करोड़ रुपए से अधिक की ड्रग मनी को कई तरीकों से धन शोधन किया गया है, जिनमें मजीठिया द्वारा नियंत्रित कंपनियों के बैंक खातों में जमा की गई 161 करोड़ रुपए की भारी बेहिसाब नकदी, संदिग्ध विदेशी संस्थाओं के माध्यम से 141 करोड़ रुपए का चैनलाइजेशन, कंपनी के वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण/स्पष्टीकरण के बिना 236 करोड़ रुपये का अतिरिक्त जमा और मजीठिया द्वारा बिना किसी वैध आय स्रोत के चल/अचल संपत्ति का अधिग्रहण शामिल है।

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज बताया कि विजिलेंस ब्यूरो ने एफआईआर नंबर दो 20 दिसंबर 2021 की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया है, जो धारा 25, 27-ए और 29 एनडीपीएस अधिनियम 1985, पीएस पंजाब राज्य अपराध, एसएएस नगर के तहत दर्ज किया गया है, जिसमें मजीठिया द्वारा ड्रग मनी के बड़े पैमाने पर शोधन का संकेत देने वाले पर्याप्त सबूत सामने आए हैं। इन लेन-देन की जांच विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की जा रही है और एसआईटी द्वारा की गई जांच से स्पष्ट रूप से संकेत मिलता है कि ये धन विक्रम सिंह मजीठिया द्वारा सुगमता से सराया इंडस्ट्रीज में डाले गए ड्रग मनी के रूप में थे।

प्रवक्ता ने कहा कि अब तक 540 करोड़ रुपए के ड्रग मनी का पता चला है जो अवैध रूप से और एक विधायक और तत्कालीन पंजाब सरकार में कैबिनेट पद पर रहने वाले विक्रम सिंह मजीठिया के प्रभाव का इस्तेमाल करके उत्पन्न किया गया था। उन्होने बताया कि विक्रम सिंह मजीठिया और उनकी पत्नी जेनीव कौर के नाम पर अचल/चल संपत्ति में काफी वृद्धि हुई है, जिसके लिए आय का कोई वैध स्रोत नहीं बताया गया है।

प्रवक्ता के अनुसार 22 व्यक्तियों की एसआईटी और विजीलैंस ब्यूरो द्वारा तीन स्थानों पर तलाशी और जब्ती की गई है, जिसमें 30 से अधिक मोबाइल फोन, पांच लैपटॉप, तीन आईपैड, दो डेस्कटॉप, कई डायरियां, कई संपत्ति दस्तावेज और सराया इंडस्ट्रीज के कई दस्तावेज मिले हैं। उन्होने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो द्वारा उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद कानून के अनुसार विक्रम सिंह मजीठिया को गिरफ्तार किया गया है। जांच जारी है और और भी गिरफ्तारियां, तलाशी और जब्ती की जाएंगी। न्यायिक निर्णय के लिए सक्षम न्यायालय के समक्ष सभी एकत्रित साक्ष्य प्रस्तुत करके जांच को तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचाया जाएगा।