श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर धूमधाम से भरा विशाल छठ मेला

अखण्ड ज्योति के दर्शन हेतु भक्तों में मची होड़
अजमेर। समीपवर्ती नसीराबाद उपखंड स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ में विशाल छठ मेला बड़े ही हर्षोल्लास, श्रद्धा और धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। मेले में देश-प्रदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा भैरवनाथ और मां कालका के दर्शनों के लिए पहुंचे।

मेला स्थल पर आस्था का अभूतपूर्व जनसैलाब उमड़ पड़ा। भक्तों ने कतारों में लगकर बाबा भैरवनाथ और मां कालिका के दर्शन क​र सर्व धर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की विशेष परिक्रमा कर मन्नतें मांगी और अपनी बुराइयों और नशों का त्याग किया।

धाम परिसर बाबा भैरव के जयकारों और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ् के नारों से गूंज उठा। देशभर से श्रद्धालु झंडों के साथ जुलूस के रूप में धाम पहुंचे जो कि एक लाख के आकड़े को भी पार कर गई। इस विशाल छठ मेले में कई प्रमुख राजनेताओं और विशिष्ट व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और बाबा भैरवनाथ के चरणों में ढोक लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया।

धाम के मुख्य उपासक चंपालाल महाराज के सान्निध्य और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से मेला प्रबंधन समिति ने श्रद्धालुओं के लिए उत्कृष्ट व्यवस्थाएं की। चिकित्सा, पेयजल, यातायात और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे जिसके चलते यह विशाल आयोजन शांतिपूर्ण और सफल रहा। पुलिस और यातायात विभाग ने भीड़ की अधिकता के बावजूद यातायात को सुचारू बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

श्री मसाणिया भैरव धाम का यह छठ मेला अंधविश्वास और कुरीतियों को त्यागने तथा नशामुक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है। इस सफल आयोजन ने एक बार फिर बाबा भैरवनाथ के प्रति भक्तों के अटूट विश्वास को सिद्ध किया है।

सुबह चम्पालाल महाराज ने चक्की वाले बाबा के मंदिर, बाबा भैरव, मां कालिका के साथ प्राचीन मंदिर वीर तेजा जी महाराज की पूजा अर्चना की। इसके बाद चम्पालाल महाराज के सान्निध्य में हजारों श्रद्धालुओं ने चक्की वाले मंदिर से शोभायात्रा निकाली। चम्पालाल महाराज ने ध्वजारोहण कर मेले का शुभारम्भ किया।

शोभायात्रा के दौरान हजारों श्रद्धालुओं के श्रीमुख से बाबा भैरव व मां काली के घोष से राजगढ़ धाम गुजांयमान हो गया। शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस मौके पर एमएलडी कन्या महाविद्यालय केकड़ी की छात्राओं ने बाबा भैरव व मां कालिका के मनभावन भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।

श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव, मां कालिका, धाम पर चल रही अखण्ड़ ज्योति के दर्शन कर सर्वधर्म मनोकामना पूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर विशेष चमत्कारी चिमटी प्राप्त की। श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति का अद्भुत नजारा उस समय देखने को मिला जब मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा हेतु हजारों की संख्या मं भक्त पहुंचे।

शनिवार रात से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगनी शुरू हो गई। ढोल-नगाड़ों, भजन गायिका ज्योति सेनी ने बाबा भैरव के मधुर भजनों की प्रस्तुतियां दीं। भजन-कीर्तन और बाबा के जयकारों के बीच भक्तों ने अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए परिक्रमा की।

भैरव धाम में नवरात्रा महोत्सव के तहत प्रज्वलित अखंड ज्योत के दर्शन तथा चमत्कारी चिमटी प्राप्त करने के लिए भी श्रद्धालुओं और भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। श्रद्धालुओं को अपनी बारी के लिए घण्टों कतारबद्ध रूप में इन्तजार करना पड़ा।

छठ मेले का आलम यह था कि बस, कार, टेम्पो व दोपहिया वाहनों की दो किलोमीटर लम्बी कतार लगी नजर आई। मेले के मद्देनतर राजगढ़ में दुकानें शनिवार दोपहर से ही सजना शुरू हो गई थी। धाम़ पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत चम्पालाल महाराज ने श्रद्धालुओं को भ्रूण हत्या रोकने व बेटियों को पढ़ाने के लिए संकल्प दिलाया।

श्री मसाणिया भैरव धाम पर छठ मेले का समापन शाम को महाआरती के साथ हुआ। आरती में विशेष पूजा अर्चना के साथ बाबा भैरवनाथ व मां कालिका को छप्पन भोग प्रसाद का भोग लगाया गया।

चम्पालाल महाराज ने श्रद्धालुओं को संदेश देते हुए कहा कि बेटियां अपने खुद का सौभाग्य लेकर आती है। जिस परिवार पर मां लक्ष्मीजी की कृपा होती है वहां वह खुद बेटी का अवतार लेकर आती है। उन्होंने श्रद्धालुओं को नशामुक्ति का संकल्प दिलाया। महाराज ने कहा कि नशा नाश का कारण है एवं नशा अपराध की जड़ है, नशे से परिवार बिगड़ता है। समाज और परिवार की खुशहाली की पहचान नशा मुक्त हो हर इंसान और बोतल फोड़ो, नशा छोड़ो, घर को जोड़ो। भैरव धाम राजगढ़ पर चल रहे नशामुक्ति अभियान में अब तक लाखों की संख्या में श्रद्धालु नशे का त्याग कर अपने परिवार के साथ सुखमय जीवन यापन कर रहे है।

छठ मेले के अवसर पर राजगढ़ धाम पर हरियाणा, यूपी, मध्यप्रदेश, दिल्ली, बिहार, पंजाब, कनाड़ा, नेपाल, हिसार के साथ प्रदेश के अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, सरवाड़, जयपुर, भरतपुर, झुंझुंनुं, सीकर, भरतपुर, बीकानेर, चूरू, सुजानगढ़, भीलवाड़ा, कोटा, गंगानगर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, नागौर, विजयनगर, बगरू, अलवर, बूंदी, चित्तौड़गढ आदि जगहों से लगभग 800 झण्डे बाबा भैरव व मां कालिका के श्री चरणो में चढाए गए।

छठ मेले में पूर्व सभापति सुरेन्द्र सिंह राठौड़, स्वामी न्यज के निदेशक कमल किशनानी, नसीराबाद उपखण्ड अधिकारी देवीलाल यादव, नसीराबाद वृताधिकारी जरनैल सिंह, मेला मजिस्ट्रेट व नसीराबाद तहसीलदार नानूलाल यादव, अशोक बिशू थाना अधिकारी नसीराबाद सदर, रजि जाफरी नसीराबाद दरगाह सदर आदि ने भैरव बाबा व मां कालिका का आशीर्वाद प्राप्त किया।

छठ मेले की व्यवस्था को संभालने के लिए ठिकाना राजगढ के प्रेम सिंह गौेड़, व्यवस्थापक ओमप्रकाश सेन के साथ रमेश सेन, अविनाश सेन, राहुल सेन, मुकेश सेन, राजकुमार चावडा, विजय सिंह भवानीखेड़ा, सुनील मेहता, विनय, श्याम शर्मा, कैलाश सेन, महेन्द्र सेन, कमल शर्मा, पदम जैन, कुलदीप, सलीम, धर्मेन्द्र, कन्हैयालाल, देवानन्द, प्रकाश रांका, राजकुमार चावडा, महेन्द्र रावत, मनीष चौहान, श्याम, जितेन्द्र आदि भी मौजूद रहे।