पाकिस्तान आतंकवाद से बाज नहीं आया तो उसका नक्शा बदल जाएगा : जनरल उपेंद्र द्विवेदी

अनूपगढ़। थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को शुक्रवार को खुले तौर पर आगाह किया है कि उसने भारत के विरुद्ध आतंकवाद का रास्ता न छोड़ा तो उसका नक्शा बिगड़ जाएगा।

जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारत आगे पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई को मजबूर हुआ तो ऑपरेशन सिंदूर 1.0 की तरह संयम नहीं बरता जाएगा और ऐसी परिस्थिति में उसका नक्शा बिगड़ सकता है।

थल सेना प्रमुख सीमावर्ती श्रीगंगानगर जिले के घडसाना गांव के समीप सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करने के बाद थलसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों और जवानों को संबोधित कर रहे थे। यह इलाका पाकिस्तान के बहावलपुर क्षेत्र के सामने है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को अपनी युद्ध नीति का हिस्सा बना जारी रखता है तो ऑपरेशन सिंदूर 2.0 में भारत वह संयम नहीं रखेगा जो ऑपरेशन सिंदूर 1.0 में रखा गया था। इस बार भारत ऐसी कार्रवाई करेगा कि पाकिस्तान को सोचना पड़ेगा की उसे आगे भूगोल पर अस्तित्व में रहना है या नहीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अगर भूगोल पर अपनी जगह बचाए रखनी है तो उसे आतंकवाद को खत्म करना होगा।

उल्लेखनीय है कि पहलगाम में इस साल 22 अप्रैल को पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवादियों के जघन्य हमले के बाद भारत ने छह-सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी शिविरों को हवाई हमले का ठिकाना बनाया था। ऐसा करते हुए भारत ने वहां के नागिरक, आर्थिक एवं सैनिक ठिकानों को कार्रवाई से अलग रखा था।

बाद में पाकिस्तान की ओर से भारत के सैनिक और असैनिक ठिकानों को लक्ष्य बनाने की पाकिस्तानी सेना की कार्रवाइयों के जवाब में दस मई का को उसकी वायु रक्षा प्रणाली को पंगु बनाते हुए कई वायु सैनिक अड्डों को ध्वस्त कर दिया था। भारत ने आतंकवाद रत्ती भर भी बर्दास्त नहीं की नीति की घोषणा करते हुए कहा कि वह अब अपनी रक्षा करते समय आतंकवादियों और उनके आकाओं में भेद नहीं करेगा।

जनलर द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 1.0 के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था। इस कार्रवाई में सौ से अधिक आतंकवादी मारे गए। भारत ने इस अभियान में पाकिस्तान को हुए नुकसान के सबूत पुरी दुनिया को दिखाए हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का सेना के जवानों और स्थानीय लोगों को दिया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर हमारी जिंदगी से इस तरह से जुड़ गया है कि जब तक हम जीवित रहेंगे तब तक यह हमारे साथ रहेगा।

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का नामकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया था और यह ऑपरेशन महिलाओं को समर्पित था। उन्होंने कहा कि सीमा पार से किसी भी हरकत के लिए इस समय देश पूरी तैयारी के साथ मुस्तैद है। सेनाध्यक्ष ने कहा कि पहलगाम मे आतंकी हमला होने के बाद जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था उस समय पूरा विश्व भारत के साथ जुड़ गया था। पूरे विश्व में इस आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई थी।

उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान में नौ जगहों को निशाना बनाया था। इनमें से सात थल सेना ने और दो वायु सेना के द्वारा ध्वस्त किए गए थे। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने तय किया था कि इस ऑपरेशन के दौरान कोई भी बेकसूर नहीं मारा जाए और न ही हम किसी सैनिक ठिकानों को निशाना बनाना चाह रहे थे। हमारा लक्ष्य केवल आतंकी ठिकानों, उनके ट्रेनिंग सेंटर और आतंकियों के आकाओं को को खत्म करना था।

उन्होंने कहा कि जिन आतंकी ठिकानों को भारत ने खत्म किया था उनका सबूत भी भारत ने पूरी दुनिया के दिखाया है। अगर भारत सबूत नहीं दिखता तो पाकिस्तान इन सबको छुपा लेता। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि इस बार भारत पूरी तैयारी के साथ है। इस बार हम आगे की कार्रवाई करेंगे और कुछ इस तरह की कार्रवाई करेंगे कि हो सकता है पाकिस्तान को सोचना पड़े कि वह में भूगोल में बचेगा या नहीं। उसे भूगोल में अपनी जगह बनाए रखनी है तो आतंकवाद को सरंक्षण देना बंद करना होगा।

उन्होंने जवानों से अपने पराक्रम का प्रदर्शन करने को हर समय तैयार रहने का आह्वान किया। थल सेनाध्यक्ष ने कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर 1.0 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बीएसएफ की 140वीं बटालियन के कमांडेंट प्रभाकर सिंह, राजपुताना राइफल्स के मेजर रितेश कुमार और हवलदार मोहित गैरा को सम्मानित किया गया।