अमरोहा। उत्तर प्रदेश के अमरोहा में जंक फ़ूड खाने से आंतें ख़राब होने पर दिल्ली एम्स में भर्ती 11वीं की छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई। अमरोहा के मोहल्ला अफ़गानान निवासी साज़िद ख़ान ने मंगलवार को बताया कि उनकी छोटी बेटी अहाना अमरोहा के गर्ल्स कॉलेज की 11वीं कक्षा की छात्रा थी।
28 नवंबर को पेट में तेज़ दर्द उठने पर उसे चिकित्सकों को दिखाया मगर आराम नहीं मिलने पर 30 नवंबर को मुरादाबाद में निजी चिकित्सक के यहां भर्ती करा दिया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद छात्रा को दिल्ली आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान एम्स में रेफर कर दिया। तीन दिसंबर की रात में उसका आपरेशन हुआ जहां 21 दिसंबर को इलाज के दौरान हालत और बिगड़ गई।
चिकित्सकों ने उसे बचाने के काफी प्रयास किए मगर रविवार की रात अहाना की मौत हो गई। लाड़-प्यार में पली आहाना को बचपन से घर में बने खाने के बजाय जंक फ़ूड खाने का बहुत शौक था। पैकेट में मिलने वाली नमकीन पिज्जा, बर्गर, चाऊमिन और मैगी नूडल्स के खाने से उसकी आंतें ख़राब हो गईं और उनमें छेद हो गया था जिस वजह से उसे बचाया नहीं जा सका।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्यपाल सिंह ने बताया कि घर की रसोई में बने भोजन के स्थान पर छात्र छात्राओं में फास्ट-फूड खाने का शौक बढ़ता ही जा रहा है। बच्चों की पसंद को तवज्जो देते हुए अभिभावक सख़्ती से उन्हें ये सब खाने से नहीं रोकते। जबकि फास्ट-फूड के लगातार इस्तेमाल से यह एक समय बाद जानलेवा साबित हो सकता है।



