भारत की सबसे अमीर जोड़ी बने आकाश और अनंत अंबानी

मुंबई। उद्योगपति धीरूभाई अंबानी की विरासत को शीर्ष पर पहुंचाने वाले मुकेश अंबानी के दोनों पुत्र आकाश और अनंत अंबानी भी इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए 3.59 लाख करोड़ रुपए की संयुक्त संपत्ति के साथ भारत की सबसे अमीर जोड़ी बन गए हैं।

भारत की आर्थिक शक्ति और उद्यमशीलता के नए आयामों को रेखांकित करते हुए 360 वन वेल्थ ने प्रतिष्ठित रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के सहयोग से 360 वन वेल्थ क्रिएटर्स लिस्ट के बुधवार को जारी पहले संस्करण उन 2,013 व्यक्तियों का व्यापक और डेटा-संचालित प्रोफ़ाइल प्रस्तुत करता है, जिनकी व्यक्तिगत संपत्ति 500 करोड़ रुपए या उससे अधिक है। इन सभी की कुल संपत्ति मिलाकर लगभग 100 लाख करोड़ रुपए के बराबर है, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग एक तिहाई है।

आकाश अंबानी और अनंत अंबानी इस सूची में 3.59 लाख करोड़ रुपए की संयुक्त संपत्ति के साथ शीर्ष पर हैं, जो उन्हें देश की सबसे अमीर जोड़ी बनाता है। सूची में 161 लोग ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 100 अरब रुपए से अधिक है जबकि 169 लोगों की संपत्ति 50 अरब से 100 अरब रुपए के बीच है।

मुंबई से 577 धनी व्यक्ति सूची में शामिल हैं, जिनके पास कुल संपत्ति का 40 प्रतिशत है। इसके बाद नई दिल्ली (17 प्रतिशत) और बेंगलुरु (आठ प्रतिशत) हैं। अहमदाबाद भी तेजी से उभरता हुआ केंद्र है, जहां से पांच प्रतिशत शीर्ष धन सृजनकर्ता आते हैं। 40 वर्ष से कम उम्र के 143 धनी व्यक्ति इस सूची में जगह बना चुके हैं, जिनमें डिजिटल-फर्स्ट स्टार्टअप्स के संस्थापक शामिल हैं। भारतपे के सह-संस्थापक शाश्वत नकरानी (27) सबसे युवा अरबपति के रूप में सामने आए हैं।

360 वन के संस्थापक, एमडी और सीईओ, करण भगत ने कहा कि यह सूची सिर्फ आंकड़ों का संग्रह नहीं बल्कि भारत के आर्थिक इतिहास का दस्तावेज़ है। यह दर्शाती है कि कैसे फिनटेक से लेकर पारंपरिक कारोबार तक, भारत में धन सृजन के स्वरूप तेजी से बदल रहे हैं।

सूची में शामिल कुल संपत्ति का 86 प्रतिशत हिस्सा इन व्यक्तियों की प्रमुख कंपनियों से अर्जित हुआ है। केवल 30 प्रतिशत धन सृजनकर्ता ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति दो या अधिक कंपनियों से आई है। यह परंपरा विशेष रूप से दूसरी पीढ़ी के कारोबारियों में अधिक देखने को मिली है। फार्मास्यूटिकल्स, वित्तीय सेवाएं और आईटी मिलकर भारत की कुल संपत्ति का 26 प्रतिशत निर्माण करते हैं। दिलीप सांघवी (सन फार्मा), नितिन एवं निखिल कामथ (ज़ेरोधा) और अजीम प्रेमजी (विप्रो) अपने-अपने क्षेत्रों के शिखर पर हैं।

सूची में 540 महिलाएं शामिल हैं, जिनमें 72 महिलाएं सक्रिय रूप से संस्थापक या बिजनेस लीडर के रूप में जुड़ी हुई हैं। ईशा अंबानी भारत की सबसे अमीर महिला व्यवसायी हैं। फार्मा और फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही है। 58 वेल्थ क्रिएटर ऐसे हैं जिन्होंने यूनिकॉर्न या सूनीकॉर्न स्टार्टअप में निवेश किया है। इनमें से 90 प्रतिशत पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं। भारत के 30 धन सृजनकर्ता बायोटेक, एआई, ड्रोन और सास जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों से जुड़े हैं। करीब 90 धन सृजनकर्ता ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में जुटे हैं। खाद्य प्रसंस्करण और ग्रामीण वित्त पोषण जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान उल्लेखनीय है।

क्रिसिल इंटेलिजेंस की प्रमुख प्रीति अरोड़ा ने कहा कि यह सूची सिर्फ अमीरी की गिनती नहीं करती, यह उन लोगों की कहानी है जो भारत के आर्थिक भविष्य को आकार दे रहे हैं। यह उद्यमशीलता, विविधता और समावेशिता का सजीव दस्तावेज है।