जालोर-सिरोही: सत्ता में पूछा नहीं अब कांग्रेस ‘कार्यकर्ता शरणं गच्छामि’

सिरोही के रेवदर में अम्बेडकर भवन में आयोजित कांग्रेस की बैठक में मंचासीन कांग्रेस नेता।
सिरोही के रेवदर में अम्बेडकर भवन में आयोजित कांग्रेस की बैठक में मंचासीन कांग्रेस नेता।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। सत्ता जाते ही कांग्रेस नेताओं को फिर से कांग्रेस कार्यकर्ता याद आने लगे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा सत्ता में रहते हुए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की अधिकारियों के माध्यम से भद्द पिटवाने की छूट देने के बाद अब कांग्रेस को फिर से कार्यकर्ता याद आए हैं।

पिछले पांच साल सत्ता में रहते हुए अशोक गहलोत और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटसरा समेत इनके करीबी विधायकों ने बूथों पर काम करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दरकिनार किए रखा। मुख्यमंत्री से लेकर उनके करीबी मंत्री और विधायकों ने सत्ता में रहते हुए प्रेसिडेंशियल प्रणाली वाला चुनाव लडऩे की स्टाइल में सिर्फ खुद को प्रमोट किया। मतदाताओं और सरकार के बीच से कार्यकर्ताओं की कड़ी को तोडक़र खुद को सीधे मतदाताओं के संपर्क में लाने की कोशिश की। परिणाम ये हुआ कि गहलोत सरकार को और उनके मंत्रियों और विधायकों को विधानसभा चुनावों में मुंह की खानी पड़ी।

सत्ता से बेदखल होने के बाद अब कांगे्रस को फिर से इन कार्यकर्ताओं की याद आई है। पिछले विधानसभा चुनावों में इन्हें यूज करके सत्ता आते ही थ्रो कर देने वाले नेताओं को लोकसभा चुनावों मे फिर से इन्हें यूज करने की जरूरत महसूस होने लगी है। इसी लिहाज से जालोर-सिरोही लोकसभा चुनावों के लिए रेवदर में आयोजित तैयारी बैठक में सत्ता में रहते हुए कार्यकर्ताओं की एक नहीं सुनने वाले कांग्रेस नेताओं का दरबार सजा। इसमें वो कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर चुनाव की तैयारी में जुट जाने का अनुरोध करते दिखे कि वो पूरी हिम्मत के साथ चुनाव में जुट जाएं।

लोकसभा चुनावों को लेकर नियुक्त प्रदेश चुनाव समिति के सदस्य एवं पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि प्रदेश व देश की सत्ता पर काबिज भाजपा की सरकार झूठ की बुनियाद पर काबिज है और देश की जनता तक उनके झूठ का खुलासा करने का काम कांग्रेस कर रही है। कांग्रेस चुनाव में मजबूती से भाजपा से लडेगी।

पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि कांग्रेस को एकजुट होकर परिस्थितियों का सामना करना होगा। वर्तमान में देश में एैसे हालात बने किसान, आमजन, युवा एवं सैनिक हर वर्ग भाजपा की कुनीतियों से पीडि़त है। उन कुनीतियों को आमजन तक पहुंचाने में प्रत्येक कार्यकर्ता अपनी अहम भूमिका निभाएं।

राजाखेडा विधायक रोहित बोहरा ने कहा कि प्रदेश में काबिज हुए भाजपा की सरकार की नीतियां दो महीनों में ही जनता के सामने आ चुकी है। जहां बिजली की किल्लत से आमजन दुखी है वहीं पूर्ववर्ती सरकार की संचालित योजनाओं को बन्द करने का काम मौजूदा सरकार ने किया है। ऐसे ही हालात देश में बने हुए हैं। धार्मिक आस्था के नाम पर देश की जनता के बीच नफरत बढ़ाने का काम केन्द्र में सत्तासीन सरकार व उनके नेता कर रहे है।

कांग्रेस सेवादल प्रदेशअध्यक्ष हेमसिंह शेखावत ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने इस बार कार्यकर्ताओं की भावनाओं को जानने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्तियां की है। वर्तमान में देश में परिवर्तन का जनमानस है और इस बार निश्चित रूप से कांग्रेस की सरकार बनेगी। देश में राहुल गांधी द्वारा निकाली गई न्याय यात्रा में देश का युवा, किसान और जवान जुड रहा है जो यह संदेश दे रहा है कि हर वर्ग न्याय चाहता है।

बैठक को पूर्व विधायक संयम लोढा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि बजरी रॉयल्टी के नाम पर सरकार केवल पाखंड कर रही है। सिरोही जिले की समीपवर्ती बॉर्डर गुजरात में बजरी 60 रुपए टन हैं और राजस्थान में बजरी 400 रुपए टन हैं। राजस्थान की भाजपा सरकार रॉयल्टी माफियाओं को बढ़ावा दे रही है और बजरी रॉयलटी के नाम पर केवल पाखंड कर रही है। राज्य सरकार ने अभी तक एक भी कार्यवाही बजरी लीज माफियाओं के खिलाफ नही की हैं केवल साधारण लोगो के खिलाफ कार्यवाही कर आमजनता के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी के विशिष्ट सहायक गोपाल सिंह (आरएएस) एवं उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के विशिष्ट सहायक सावन कुमार (आरएएस) चंद दिनों में ही हटा दिया गया। दोनों अधिकारी उप मुख्यमंत्रियों की पसंद से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की स्वीकृति के उपरांत लगाए गए थे। इसके बाद भी दोनो अधिकारियों को हटा दिया गया। उप मुख्यमंत्री अपनी मर्जी से अधिकारी नही लगा सकते। अब अपने विशिष्ट सहायक को लगाने के लिए भी भाजपा के उप मुख्यमंत्रियों को दिल्ली से पर्ची का इंतजार हैं।

रेवदर विधायक मोतीराम कोली ने आगामी लोकसभा चुनावों में रेवदर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को मजबूती के साथ चुनाव लडने की अपील करते हुए कहा कि केन्द्र के इशारों पर चल रही डबल इंजन की प्रदेश की सरकार ने जनता के हित में दो महीने बीत जाने के बावजूद भी कोई ऐसा फैसला नहीं लिया है जिससे आमजन को राहत मिले। ऐसे में आगामी चुनावों में आने वाले पांच साल के लिए केन्द्र की सत्ता सही हाथों में सौंपने के लिए कांग्रेस को ही विकल्प बताया।

बैठक में जिला प्रभारी अंजना मेघवाल ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कांग्रेस को मजबूत करने का आह्वान किया। बैठक को संध्या चौधरी, गुमानसिंह मेरमाण्डवाडा, मानाराम चौधरी, खंगारराम मेघवाल, पूराराम गरासिया, किर्ती कच्छावा, हीराराम भाट, मफतलाल बुनकर ने भी अपने विचार व्यक्त किये। जिला अध्यक्ष आनन्द जोशी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक गंगाबेन गरासिया, प्रदेश सचिव राजेन्द्र सांखला, प्रधान लीलाराम गरासिया, पूर्व प्रधान केपीसिंह, छगनलाल सोलंकी, अणदाराम गरासिया, अचलाराम माली, कृष्णवीरसिंह रोहुआ, नगर अध्यक्ष अमित जोशी, ब्लॉक अध्यक्ष लाखाराम चौधरी, रामसिह सिसोदिया, तेजाराम, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष देवेन्द्रसिंह जोलपुर, शिवराजसिंह, भूराराम कोली, जिला कांग्रेस प्रवक्ता हर्षुल अग्रवाल, अभाव अभियोग प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष हिमपालसिंह देवल, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमलता शर्मा, पार्षद नरगिस कायमखानी, शिवशंकर शर्मा, पंचायत समिति सदस्य तखतसिंह, भैराराम चौधरी, दौलाराम, सूरताराम देवासी की मौजूदगी रही।

युकां जिलाध्यक्ष प्रकाश मीणा, सहकारिता प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश पालीवाल, महिपाल पुरोहित, ईब्राहीम खान, देवीसिंह पादर, मोहन सिरवी, सवाराम चौधरी, शैतानसिंह देवड़ा, आशीष अग्रवाल, मुकेश रामपुरा, अमराराम मेघवाल, लखमाराम कोली, पूर्व सरपंच दिनेश चौधरी, रावताराम चौधरी, पूनमचन्द पुरोहित, देवाराम पुरोहित, कन्हैयालाल कोली, शिवशंकर, देवीदान चारण, अजीत चौधरी, मुकेश जोशी, हीराराम घांची, हेमाराम देवासी, वनराज देवासी, मदन जोशी, फिरोज सोरडा, धर्मेश जैन, ललिता गरासिया, सुभाश चौधरी, रसिद गौरान, राजेन्द्र सैनी, ओमप्रकाश कोली, गजेंद्र काग, भीखसिंह राव, भरतसिंह टोकरा समेत कई कांग्रेसजन, जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।