डेरा सच्चा सौदा ने महापरोपकार माह पर जयपुर में दिखाई अपनी ताकत

जयपुर। डेरा सच्चा सौदा ने पावन महापरोपकार माह के अवसर पर राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार को सत्संग एवं भंडारे का आयोजन किया और अपनी एकजुटता दिखाई। माना जा रहा है कि डेरा सच्चा इस सत्संग के बहाने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों तक अपना संदेश पहुंचाने के लिए शक्ति प्रदर्शन किया।

डेरा सच्चा सौदा के मीडिया कोर्डिनेटर लखजीत सिंह के अनुसार राजस्थान में डेरा के बड़ी संख्या में उनके अनुयायी हैं और करीब 57 लाख मतदाता ऐसे है जो डेरा से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान में चुनाव के समय ये मतदाता दो सौ विधानसभा सीटों में 97 विधानसभा क्षेत्रों में उनके मतदाता है और 60 सीटों को प्रभावित करते है। इनमें गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, सीकर चुरु, अलवर, दौसा, जयपुर, कोटा, बूंदी झालावाड़ आदि जिलों में डेरा के बड़ी संख्या में अनुयायी है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में शेखावाटी से लेकर श्रीगंगानगर तक क्षेत्र में डेरा सच्चा के अनुयायी ज्यादा होने से इन क्षेत्रों में जिस तरफ डेरा के मतदाताओं का झुकाव होता है वहां चुनाव परिणाम प्रभावित होने की संभावना होती है।

इसी कारण उतर भारत के हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उतराखंड में अपने वोटों की ताकत से प्रभावित करने वाले डेरा सच्चा सौदा के हरियाणा के सिरसा स्थित मुख्यालय में इन राज्यों के राजनीतिक दलों के नेता चुनावों के समय डेरा में चक्कर लगाना शुरु कर देते है।

इस बार भी आगामी विधानसभा चुनाव में राजस्थान की कई सीटों पर मतदाता की ताकत रखने वाले डेरा सच्चा सौदा ने जयपुर में इस कार्यक्रम के माध्यम से राजनीतिक दलों को संकेत दिया है कि उन्हें अनदेखा न करे। माना जा रहा है कि हरियाणा, पंजाब, उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा के पक्ष में समर्थन देकर डेरा सच्चा सौदा ने सियासी गलियारे में संदेश दिया था और अब राजस्थान में चुनावों के मद्देनजर प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं ने डेरा के वोट बैंक को साधने के लिए डेरा अनुयायियों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है।

सिंह ने बताया कि चुनाव के समय डेरा सच्चा के लोग एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाते हैं और अब तक डेरा की पोलिटिकल विंग ही चुनाव के समय किस तरफ जाना है का फैसला करती थी लेकिन अब इस विंग को भंग कर दिया गया हैं और एक हेल्पलाइन को ईजाद किया गया जिसके द्वारा रायशुमारी की जाएगी और डेरा के अनुयायी ही फैसला करेंगे कि चुनाव में किस दल या मतदाता की तरफ जाना है। इस बारे में डेरा के लोग इस हेल्पलाइन पर अपनी राय एवं सुझाव देंगे।

उन्होंने बताया कि चुनाव में डेरा के अनुयायी एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाएंगे ताकि कोई राजनीतक दल उनकी अनदेखी नहीं कर सके। इस कार्यक्रम मे आये कई अनुयायियों का कहना है कि लोकतंत्र में अपना मत प्रकट एवं अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है और डेरा में भी हेल्पलाइन बनाकर अनुयायिओं की रायशुमारी से ही फैसला लिया जाएगा जो उन्हें बहुत पसंद आया है। उन्होंने बताया कि वे एकजुट हैं और वे हमेशा डेरा की एकराय पर ही चलते हैं चाहे चुनाव हो या समाज कल्याण का काम हो।

जयपुर के मानसरोवर में आयोजित इस कार्यक्रम में राजस्थान भर से हजारों की संख्या में डेरा अनुयायी पहुंचे। इस दौरान डेरे की ओर से 33 जरूरतमंद परिवारों को एक माह का राशन भी वितरित किया गया। उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा के सतनाम सिंह महाराज द्धारा 23 सितंबर 1990 को संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां को पावन गुरुगद्दी सौंपने के उपलक्ष्य में यह महापरोपकार माह मनाया जाता और इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने हाथ उठाकर एकजुटता का संकल्प भी लिया।