मोदी को भगवान मानता है सुरक्षा घेरा तोड़ने वाला किशोर

हुबली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो के दौरान सुरक्षा घेरा तोड़कर उन्हें माला पहनाने वाले 10 साल के एक बच्चे ने कहा कि वह प्रधानमंत्री का प्रशंसक है और उनसे हाथ मिलाना चाहता था।

जैसे ही नरेंद्र मोदी बैरिकेड से परे दर्शकों को अपना हाथ दिखा रहे थे, एक किशोर अचानक बैरिकेड पर कूद गया और उन्हें माला पहनाने के इरादे से मोदी की ओर दौड़ा। इससे पहले कि ट्रैफिक पुलिस किशोर को ले जाती उससे पहले ही स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के जवानों ने उसे धक्का दे दिया।

किशोर कुणाल एस डोंगरी ने कहा कि मैं अपने चाचा और दोस्तों के साथ आया था। हम नए बस स्टैंड पर रुके जहां प्रधानमंत्री का काफिला गुजरने वाला था। हमने ढाई साल के बच्चे को आरएसएस की वर्दी पहनाई और चाहते थे कि वह मोदी को माला पहनाए। लेकिन मोदी ने हमें नहीं देखा। बैरिकेड के बीच एक गैप था और मैं माला लेकर मोदी की कार के पास कूद गया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने मुझे रोक दिया। मोदी 26वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करने के लिए शुक्रवार को शहर में थे।

कुणाल ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों ने माला ले ली और मोदी को दे दी। मैं भी मोदी के बाएं हाथ को छूने में कामयाब रहा। मुझे इस बात की खुशी है। मैं डरा नहीं था। मैं बस उन्हें माला पहनाना चाहता था और उनसे हाथ मिलाना चाहता था।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह मोदी के प्रशंसक हैं, कुणाल ने कहा कि मैं मोदी को एक इंसान के रूप में नहीं, बल्कि एक भगवान के रूप में देखता हूं। उसने कहा कि मोदी को एक बार हुबली में देखा था जब वह आठ साल का था और तभी से वह प्रधानमंत्री को करीब से देखना चाहता था। कुणाल ने कहा कि अगर मुझे मोदी से बात करने का मौका मिले, तो मैं उन्हें अपने घर आमंत्रित करूंगा और उनके साथ कुछ समय बिताना चाहूंगा।

इस बीच, हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त रमन गुप्ता ने यह कहकर सुरक्षा चूक के दावों को खारिज कर दिया कि लड़के का कोई गलत इरादा नहीं था। उन्होंने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता कि यह सुरक्षा में सेंध थी। क्योंकि उन्हें अनुमति देने से पहले सभी लोगों की तलाशी ली गई थी। किशोर मोदी का प्रशंसक है और उन्हें माला पहनाना चाहता था। उसकी ओर से कोई दुर्भावना नहीं थी।