जीवन का एक-एक क्षण राष्ट्र निर्माण में लगाएं युवा : शेखावत

जयपुर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत को विकसित देश बनाने के लिए युवा अपने जीवन का एक-एक क्षण राष्ट्र निर्माण में लगाएं।

शेखावत सोमवार को महारानी कॉलेज छात्रासंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत जीत की तरफ आगे बढ़ रहा है। अभी आजादी का अमृतकाल चल रहा है। आगामी 25 साल में भारत विकसित भारत बन जाएगा। उन्होंने युवा शक्ति का आह्वान किया कि जिस प्रकार क्रिकेट के खेल में खिलाड़ी जीतने के लिए अंतिम बॉल तक संघर्ष करता है, उसी तरह आज के युवाओं को भी भारत को विकसित बनाने में अपना योगदान देना होगा।

उन्होंने कहा कि देश जब आजाद हुआ, तब के लोगों के पास देश को विकसित बनाने के लिए इतने अवसर नहीं थे, लेकिन आज की युवा पीढ़ी के पास भरपूर अवसर है। इन अवसरों का उपयोग देश को आगे बढ़ाने में कराना होगा। देश की आजादी के लिए अनेक लोगों ने समर्पण किया। बलिदान किया। आजादी के बाद आज जिस मुकाम पर देश खड़ा है। इस पर हमें गर्व है। आज पूरे विश्व में हमें भारतीय होने मेें गर्व महसूस होता है।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश की आजादी के इस कालखंड में हमें इस बात का आंकलन करना चाहिए कि क्या हम स्वाधीनता सेनानियों के बलिदान के साथ न्याय कर पाए। क्या हम उनके सपनों का भारत बना पाए। आज देश आजादी के 75 साल पूरे कर चुका है। आने वाले 25 साल में इसे पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाना है। आप जैसे युवाओं के पास अवसर है कि 25 साल के बाद जब भारत विकसित हो, तब आप अपने आप पर गर्व कर सकें कि हमने बलिदानियों को सपनों को पूरा किया है।

शेखावत ने कहा कि आज हमारा देश विकास के जिस रास्ते पर चल पड़ा है, उसे पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है। भारत सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था है। आज दुनिया के सबसे ज्यादा यूनिकॉर्न स्टार्टअप भारत में है। आप में से कुछ लोग आने वाले समय में ऐसे मुकाम पर पहुंचेंगे, जिस पर आने वाले समय में देश के लोग गर्व कर सकेंगे।

नई शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी आज ऐसी शिक्षा नीति लाए हैं, जो इस देश के लिए, यहां के युवाओं के लिए अनुकूल है। नई शिक्षा नीति में विद्यार्थी की तार्किक और विवेचना की शक्ति पर जोर दिया गया। लेकिन गुलामी के दौर में ऐसी शिक्षा व्यवस्था आई थी, जिसमें हुकूमत के लिए अनुकूल चलने वाले लोग तैयार होने लगे। लेकिन हम सौभाग्यशाली है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई शिक्षा नीति भारत के अनुकूल दी है।

उन्होंने कहा कि आज जरूरत देश के लिए बलिदान करने की नहीं, योगदान देने की है। आप यहां से ऐसा संकल्प लेकर जाएं कि भविष्य में जिस भी भूमिका में आप अपना कॅरियर निभाए बनाएंगे। उसमें पूरी निष्ठा और समर्पण से काम करेंगे। अपना जीवन की पूरी ऊर्जा समर्थ, सशक्त और विकसित भारत बनाने में लगाएंगे। उन्होंने क्रिकेटर विराट कोहली के खेल का जिक्र करते हुए कहा कि वे जिस तरह मैच जीतने के लिए जिस तरह अंतिम बॉल तक संघर्ष करते हुए खेलते हैं, युवाओं को भी इससे प्रेरणा लेते हुए बिना किसी श्रेय की मंशा के अपना काम करते रहना चाहिए।

युवतियों को सेना में जाने की दी प्रेरणा

शेखावत ने छात्रासंघ अध्यक्ष मानसी वर्मा की माताजी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके लिए उन्होंने कम उम्र में अपने पति को खो दिया और विपरीत परिस्थितियों में बच्चों को पढ़ाया। उनमें जीवन का उत्साह और आत्मबल का संचार किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सेना में भी अपना कॅरियर बनाने के लिए सोचना चाहिए। सेना में महिलाओं का अत्यधिक सम्मान है।