ढाका। बांंग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया ब्रिटेन की राजधानी लंदन में चार महीने तक इलाज कराने के बाद मंगलवार को ढाका लौट आईं जिससे देश की अंतरिम सरकार पर राष्ट्रीय चुनाव की तारीख तय करने का दबाव बढ़ गया है।
जिया (78) की वापसी ऐसे समय में हुई है, जब पिछले वर्ष अगस्त में छात्रों के नेतृत्व वाले विद्रोह में तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाए जाने के बाद से एक देश अंतरिम प्रशासन द्वारा शासित है। बांग्लादेश में जिया की मौजूदगी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के लिए बहुत महत्व रखती है, जबकि उनकी कट्टर प्रतिद्वंद्वी हसीना भारत में निर्वासन में हैं।
बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने कहा कि यह हमारे और देश के लिए खुशी का पल है। लोकतंत्र के लिए इस महत्वपूर्ण समय में उनकी उपस्थिति देश के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। हमारा मानना है कि खालिदा जिया की वापसी लोकतांत्रिक परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करेगी।
जिया के वतन लौटने पर उनका स्वागत करने के लिए हजारों समर्थक ढाका के मुख्य हवाई अड्डे के बाहर और उनके घर की ओर जाने वाली सड़क पर एकत्र हुए। उन्हें हवाई अड्डे पर व्हीलचेयर पर बैठे देखा गया। बीएनपी नेता ने अभिवादन स्वीकार करने के लिए बार-बार अपना दाहिना हाथ उठाया और मुस्कुराईं।
बांग्लादेश के सर्वोच्च न्यायालय ने जनवरी में जिया को बरी कर दिया था और उनकी 10 साल की सजा को पलट दिया था। इस फैसले के बाद उन्हें नवंबर 2024 में एक अन्य हाई-प्रोफाइल मामले में बरी कर दिया गया, जिसमें उन पर अपने पिछले कार्यकाल के दौरान दूसरे ट्रस्ट से 260,000 डॉलर से अधिक की हेराफेरी करने का आरोप लगाया गया था।
बांग्लादेश में उनके (खालिदा जिया) आगमन से नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर राष्ट्रीय चुनावों की स्पष्ट तारीख की घोषणा करने की मांग तेज हो जाएगी। बांग्लादेश के अधिकारियों ने सुधारों की गति के आधार पर इस वर्ष दिसंबर या अगले साल जून तक चुनाव कराने का वादा किया है।
जिया पूर्व सैन्य शासक जियाउर रहमान की विधवा हैं, जिनकी वर्ष 1981 में हत्या कर दी गई थी। वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं और दक्षिण एशिया की पहली महिला विश्व नेताओं में से एक थीं। जिया के बड़े पुत्र तारिक रहमान लंदन में हैं और वहीं से कार्यवाहक प्रमुख के रूप में बीएनपी का नेतृत्व कर रहे हैं।