राजस्थान में लखपति दीदी योजना में 11.24 लाख महिलाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य

जैसलमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल ने कहा है कि उनकी सरकार स्वयं सहायता समूहों को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रही है तथा लखपति दीदी योजना के तहत राज्य की 11.24 लाख महिलाओं को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है और अब तक तीन लाख महिलाओं को इस श्रेणी में लाया जा चुका है।

शर्मा शनिवार को यहां लखपति दीदी सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए इस योजना की शुरूआत की गई है। इस योजना के माध्यम से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी देश की दो करोड़ माताओं-बहिनों को रोजगारोन्मुखी कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को 150 करोड़ रुपए के चैक भी वितरीत किए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर में दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। इसे साकार करने के लिए एक हजार करोड़ रूपए के निवेश के साथ महिला सशक्तीकरण एसएचजी मिशन शुरू किया जाएगा। इसमें दो लाख नई महिला सदस्यों को एसएचजी से जोड़ने का लक्ष्य है और उन्हें सरल ऋण सुविधाएं व मार्केट लिंकेज की सुविधा प्रदान करने की कार्ययोजना बनाई जा रही।

उन्होंने कहा कि एसएचजी में काम करने वाली लगभग 28 लाख महिलाओं को महिला सशक्तिकरण क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से न्यूनतम दर पर एक लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध कराने के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा। शर्मा ने महिला सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि इसी क्रम में प्रदेश के हर जिले में एक महिला थाना स्थापित होगा। हर पुलिस थाने में महिला डेस्क की स्थापना होगी तथा सभी प्रमुख शहरों में एंटी रोमियो स्क्वॉड का गठन भी होगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 16 दिसम्बर से सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने और नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत की है। इस यात्रा के माध्यम से हर पात्र परिवार और व्यक्ति को जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। यात्रा की मॉनिटरिंग के लिए ग्राम पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक टीम गठित की गई हैं। शर्मा ने सभी प्रदेशवासियों से इस यात्रा में जुड़ने का आह्वान भी किया।

इस दौरान केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि मोदी ने देश की महिलाओं के सशक्तीकरण तथा उनके जीवन में परिवर्तन लाने का संकल्प लिया है। इसी क्रम में कई महत्वपूर्ण योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है। माताओं और बहिनों की गरिमा को बनाए रखने के लिए देशभर में शौचालयों का निर्माण, उन्हें धुंए से मुक्ति दिलाने के लिए उज्ज्वला योजना के माध्यम से घर-घर तक रसोई गैस तथा पीने के पानी के लिए हर घर तक नल से जल पहुंचाने का कार्य हमारी सरकार द्वारा किया जा रहा है। आज हर क्षेत्र में महिलाओं के लिए नवीन द्वार खुल रहे हैं। आज हम महिला सशक्तीकरण के दौर से आगे बढ़कर महिलाओं के माध्यम से देश के विकास के दौर में प्रवेश कर गए हैं।

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही लखपति दीदी योजना के माध्यम से आने वाले समय में प्रदेश की महिलाएं सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक दृष्टि से मजबूत होंगी। इस पहल से महिलाओं के कौशल विकास के साथ ही उन्हें आजीविका के नवीन साधन उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में देश की माताओं व बहिनों का बहुत बड़ा योगदान रहेगा।