रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गुरुवार को बलरामपुर-रामानुजगंज जिले को भी राज्य की घरेलू हवाई यातायात सेवा से जोड़ दिया। उन्होंने उत्तरी छत्तीसगढ़ के इस जिले में 14 करोड़ रूपए की लागत से राज्य सरकार द्वारा निर्मित हवाई पट्टी का लोकार्पण किया।
इसे मिलाकर राज्य में हवाई पट्टियों की संख्या नौ तक पहुंच गई है। इनमें दरिमा (अम्बिकापुर), चकरभाटा (बिलासपुर), नंदिनी (भिलाई), जगदलपुर, जशपुर नगर, और कोरबा सहित रायगढ़ की दो हवाई पट्टियां भी शामिल हैं।
डॉ. रमन सिंह बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के प्रवास के दौरान जिला मुख्यालय के नजदीक तामेश्वर नगर में नवनिर्मित हवाई पट्टी का लोकार्पण करने के बाद तातापानी महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने गरम पानी के इस प्राकृतिक फौव्वारे के नजदीक आयोजित समारोह में जिले के विकास के लिए लगभग 107 करोड़ रूपए के 37 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण किया।
इनमें लगभग 52 करोड़ 30 लाख रूपए की लागत के 14 विभिन्न निर्माण कार्याें का भूमि पूजन और शिलान्यास तथा लगभग 55 करोड़ 45 लाख की लागत के 23 निर्माण कार्यों का लोकार्पण शामिल है। उन्होंने पंचकर्म केन्द्र के मॉडल का अवलोकन भी किया और मंदिर में पूजा-अर्चना कर जनता की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा।
डॉ. सिंह तातापानी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए। उन्होंने 250 वर-वधुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने इस मौके पर पंच-सरपंच सम्मेलन को भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि लगभग चार वर्ष पहले बलरामपुर-रामानुजगंज सहित नौ जिलों का निर्माण किया गया था।
नए जिलों में विकास की रफ्तार चौगुनी हो गई है। निकट भविष्य में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले को रेल मार्ग से भी जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। जिले में पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगले तीन साल में राज्य के शत-प्रतिशत गांवों का विद्युतीकरण कर दिया जाएगा।
गांवों और शहरों के विकास के लिए किसी को भी चिंतित होने की जरूरत नहीं है। सरकार विकास के लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने देगी। क्षेत्र विकास के लिए किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। सड़क, बिजली की जहां भी जरूरत होगी, उसे पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आने वाले तीन वर्षों में छत्तीसगढ़ के शतप्रतिशत गांवों का विद्युतीकरण किया जाएगा। बलरामपुर जिले को रेलवे लाईन से जोड़ने के साथ ही जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
गृह, जेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री रामसेवक पैकरा, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री दयालदास बघेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशिला साहू, सरगुजा के लोकसभा सासंद कमलभान सिंह, विधायक द्वय बृहस्पति सिंह और डॉ. प्रीतम राम, पूर्व मंत्री रामविचार नेताम विशेष रूप से मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के तहत 819 हितग्राहियों को 76 लाख रूपए की सहायता राशि के चेक वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने लोगों सम्बोधित करते हुए कहा कि जब हमने नए जिलों के निर्माण का प्रस्ताव रखा था, तो कुछ लोगों को यह आपत्ति थी कि नए जिलों के लिए पैसा कहां से आएगा। आज बलरामपुर सहित सभी नए जिलों की तस्वीर बदल गई है। सभी नए जिलों में विकास चार गुना बढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि जब उनकी सरकार बनी तो पूरा सरगुजा अचंल नक्सल समस्या से पीड़ित था, आज पूरा अंचल इस समस्या से पूरी तरह मुक्त हो चुका है। बहुत जल्द बस्तर भी नक्सली हिंसा से मुक्त होगा। डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत अब तक 66 हजार बेटियों का विवाह हो चुका है। आज भी 250 से अधिक जोड़ों का विवाह हुआ।
उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह होने से खर्च कम होता है और इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि मुख्यमंत्री, मंत्री और बड़ी संख्या में लोगों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों को प्रधानमंत्री बीमा योजना की बड़ी सौगात दी है। यह ऐसी योजना है, जिससे किसान का भविष्य सुरक्षित होगा।
किसानों को केवल डेढ़ से दो प्रतिशत तक ही प्रीमियम देना होगा। बाकि की राशि सरकार देगी। यदि किसान प्रीमियम का छह सौ रूपए जमा करते हैं तो बाकी छह हजार रूपए सरकार जमा करेगी। इससे किसानों को फसल के नुकसान पर तीस हजार रूपए तक राशि मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने युवाओं का आव्हान किया कि वे कौशल उन्नयन योजना के तहत अपने हुनर को निखारें। इस योजना के तहत प्रशिक्षण लेने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत बिना गारंटी के ऋण स्वीकृत किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि केन्द्रीय सड़क परिवहन तथा राजमार्ग विकास मंत्री नितिन गडकरी ने कोरिया जिले के भरतपुर से बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामानुजगंज में झारखण्ड सीमा तक लगभग एक हजार करोड़ रूपए की लागत के 330 किलोमीटर लम्बे राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
मुख्यमंत्री ने मनरेगा की सफलता की कहानियों पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया और दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण भी वितरित किए। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री दयालदास बघेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री रमशिला साहू, सरगुजा के लोकसभा सासंद कमलभान सिंह, विधायक बृहस्पति सिंह ने भी समारोह को सम्बोधित किया।
ये शिलान्यास और भूमिपूजन
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में जिन कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया, उनमें प्रतापपुर चलगली से मानपुर मार्ग पर मोरेनदी पर लगभग पांच करोड़ 26 लाख रूपए की लागत से बनने वाला पुल, सामरी के बलरामपुर-चांदोकुसमी मार्ग पर रीगढ़ नदी पर लगभग चार करोड़ 7 लाख रूपए की लागत से बनने वाला पुल, बलंगी से मध्यप्रदेश सीमा तक लगभग 13 करोड़ 29 लाख रूपए की लागत से बनने वाले 12 किलोमीटर लंबे सड़क और इस मार्ग पर बनने वाले पुल-पुलिया, रामानुजगंज-पॉलीटेक्निक में लगभग एक करोड़ 92 लाख रूपए की लागत से बनने वाले कन्या छात्रावास सह-अधीक्षक आवास भवन, रघुनाथनगर केसारी सीमा तक लगभग तीन करोड़ 37 लाख रूपए की लागत से बनने वाले 10 किलोमीटर लम्बे सड़क मार्ग और पुल-पुलिया, परसागुड़ी से चिलवापारा तक लगभग चार करोड़ 20 लाख रूपए की लागत से बनने वाला तीन किलोमीटर लम्बा पुल-पुलिया सहित लगभग आठ करोड़ 81 लाख रूपए की लागत से राजपुर से अकोरा तक पुल-पुलिया सहित बनने वाला 5.4 किलोमीटर सड़क मार्ग, लगभग 4 करोड़ 41 लाख रूपए की लागत से कुंदी से करवा तक पुल-पुलिया सहित बनने वाली तीन किलोमीटर लंबी सड़क, शंकर नगर में लगभग तीन करोड़ 12 लाख रूपए की लागत से बनने वाला नवीन आईटीआई एवं छात्रावास भवन, विकासखंड रामचन्द्रपुर के चन्द्र नगर में 97.34 लाख रूपए की लागत से बनने वाले संयुक्त आश्रम, कनक नगर में 97.34 लाख रूपए की लागत से बनने वाला संयुक्त आश्रम भवन, राजपुर विकासखंड के विधमा और शंकरगढ़ विकासखंड डिपाडिहकला में बनने वाले प्री मेट्रिक कन्या छात्रावास भवन, इन दोनों भवन का निर्माण अलग-अलग 84.82 लाख रूपए की लागत से किया जाएगा तथा ग्राम सुलसुली में 21 लाख रूपए की लागत से बनने वाला ग्राम गौरवपथ शामिल हैं।
9 हितग्राहियों को 20-20 हजार के चैक
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत 9 हितग्राहियों को 20-20 हजार रूपए की सहायता राशि के चेक वितरित किए। इस अवसर पर जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज की अध्यक्ष पुष्पा नेताम, उपाध्यक्ष तिलासायराम और पूर्व विधायक सिद्धनाथ पैकरा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, पंच-सरपंच और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कलेक्टर अलेक्सपाल मेनन ने तातापानी सहित जिले के विकास के लिए हो रहे कार्यों की जानकारी दी। सरगुजा संभाग के कमिश्नर टी.सी. महावर सहित प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम में मौजूद थे।