Home India City News पीलिया मामले के आरोपी एक्सईएन की तबीयत बिगड़ी, आईजीएमसी में भर्ती

पीलिया मामले के आरोपी एक्सईएन की तबीयत बिगड़ी, आईजीएमसी में भर्ती

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पीलिया मामले के आरोपी एक्सईएन की तबीयत बिगड़ी, आईजीएमसी में भर्ती
jaundice accused Executive Engineer vinod kumar health deteriorated, admitted to IGMC
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jaundice accused Executive Engineer vinod kumar health deteriorated, admitted to IGMC

शिमला। शिमला में पीलिया फैलने के मामले में गिरफ्तार आईपीएच महकमे के एक्सईएन विनोद कुमार की सोमवार सुबह तबीयत बिगड़ गई। गंभीर हालत होने पर उसे शिमला के प्रमुख आईजीएमसी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।

मिली जानकारी के अनुसार 47 वर्षीय विनोद कुमार को छाती में दर्द की शिकायत हुई। इस पर उसे तुरंत आईजीएमसी में ले जाया गया। इसमें उसके कार्डियक प्रॉब्लम होना बताया गया है। फिलहाल चिकित्सकों के अनुसार उपचाराधीन एक्सईन की हालत स्थिर है।

एक्सईएन को पिछले कल विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गिरफ्तार किया गया था। एक्सईएन पर आरोप है कि उसने मल्याणा व ढली सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की निगरानी में लापरवाही बरती। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से गंदा पानी अश्वनी खड्ड में बहाया गया और इसी खड्ड से शहरवासियों को पानी की सप्लाई हुई, जो कि पीलिया फैलने का कारण बनी।

इस प्रकरण में एसआईटी तीन आईपीएच अफसरों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। 21 जनवरी को एसआईटी ने आईपीएच के जूनियर इंजीनियर प्रवीण और मल्याणा सीवरेजन सन्यत्र के सुपरीवाइजर मनोज बर्मा को हिरासत में लिया था। 29 जनवरी को सीवरेज सन्यत्रों का ठेकेदार अक्षय डोगर धरा गया था और इसके अगले दिन आईपीएच का एसडीओ हेमचंद चोहान गिरफ्तार हुआ था।

शिमला के पुलिस अधीक्षक डीडब्लयू नेगी ने बताया कि एक्सईएन की तबीयत ठीक नहीं है। इस वजह से उन्हें आईजीएमसी में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि एसआईटी मामले की जांच में जुटी है और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

इस बीच एसआईटी ने मामले के शिकायतकर्ता व शिमला नगर निगम के डिप्टी मेयर टिकेंद्र पंवर को सोमवार को तलब किया। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि पीलिया प्रकरण को लेकर एसआईटी ने टिकेंद्र का पक्ष जाना और उनके बयान दर्ज किए। बीते छह जनवरी को टिकेंद्र ने पुलिस को एक शिकायत पत्र सौंपा था।

टिकेंद्र ने मल्याणा व ढली सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का रखरखाव करने वाले ठेकेदार अक्षय डोगर पर लापरवाही से काम करने का आरोप लगाते हुए उसकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की थी।

गौरतलब है कि शिमला में पीलिया फैलने के मामले की एसआईटी जांच कर रही है। अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि मल्याणा सीवरेज सन्यत्र से गंदा पानी अश्वनी खड्ड में बहाया जा रहा है और यह सब आईपीएच के आला अफसरों व ठेकेदार की मिलीभगत से हो रहा था।

शिमला में पीलिया मरीजों का आंकड़ा चार हजार पार कर गया है। इसके संक्रमण से शहर में चार लोगों की जानें भी गई हैं। शिमला से सटे सोलन शहर में भी अब पीलिया का प्रकोप फैल गया है।

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