Home India City News भारत में शांति भंग करने में लगीं हैं कई शक्तियां: भैयाजी जोशी

भारत में शांति भंग करने में लगीं हैं कई शक्तियां: भैयाजी जोशी

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भारत में शांति भंग करने में लगीं हैं कई शक्तियां: भैयाजी जोशी
ranchi : many forces are engaged peace In India says Bhaiyyaji Joshi
ranchi : many forces are engaged  peace In India says Bhaiyyaji Joshi
ranchi : many forces are engaged peace In India says Bhaiyyaji Joshi

रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि आज कई देशी-विदेशी शक्तियां भारत में शांति भंग करने का प्रयास कर रही हैं और भ्रम फैला रही हैं, हमें उनसे घबराना नहीं चाहिए, ऐसी ताकतों का विरोध करना चाहिए। संकल्प लेकर चलें। एक टीम भावना से विजय प्राप्त करें, हम सब एक हैं।

देश की उन्नति के लिए सबके साथ चलना होगा। जोशी रविवार को खेलगांव के बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा आयोजित पांच दिवसीय सप्तम राष्ट्रीय वनवासी क्रीडा महोत्सव के उदघाटन के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।

कार्यक्रम का उदघाटन केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री जुएल उरांव ने किया। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। जोशी ने कहा कि इस तरह के खेलों का आयोजन देश को खिलाडी देने वाला है। हम किसी से कम नहीं हैं। वनावासियों में क्षमता है, प्रतिभा है।

आज कई वनवासी खिलाडी अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का गौरव बढा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिभा को सुरक्षित और विकसित करते हुए विश्वमंच पर हम इसे सिद्ध करेंगे और आगे बढेंगे। देश में भेद को समाप्त करने के लिए वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

वनवासी, आदिवासी भारत भूमि के रहने वाले हैं। भारत का रक्त एक है, यह गौरव तथा सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि हमारी पहचान हमारी पंरपराओं तथा संस्कृतियों से है, अगर उसे कोई दूर करेगा, तो हम सहन नहीं करेंगे। अनुसूचित जनजाति बंधु के अधिकारों का कोई भी हनन नहीं कर सकता।

हमारे अधिकारों पर कोई आक्रमण नहीं कर सकता। शक्ति संगठन से होती है। हमारी ताकत एकता, रिश्ता तथा समानता है। लोकतंत्र में शासन की जिम्मेवारी है कि जो पिछडे हैं, उन्हें बल प्रदान करे। उन्होंने कहा कि वनवासी क्षेत्र में विद्यालय हैं, लेकिन शिक्षा नहीं हैं, विद्यालय में अध्यापक नहीं पहुंचते हैं।

वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी, तभी शिक्षा की गुणवत्ता बढेगी। वनवासियों के लिए दवाइयां, चिकित्सालय उपलब्ध हों। आज स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आकर सरकार के माध्यम से विकास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 120 करोड की जनता भारतवासी है। यह आयोजन ऐतिहासिक है। हम सब मिलकर देश को आगे बढायेंगे।