ब्रासीलिया/नई दिल्ली। ब्राजील के राष्ट्रपति इनासियो लूला दा सिल्वा ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्राजील के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस’ से सम्मानित किया। सम्मान स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील की सरकार और लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया और इसे गहरे द्विपक्षीय संबंधों को समर्पित किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बहुआयामी भारत-ब्राजील रणनीतिक साझेदारी का प्रमाण। राष्ट्रपति इनासियो लूला दा सिल्वा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ब्राजील के सर्वोच्च सम्मान ग्रैंड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस से सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री ने इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए ब्राजील की सरकार और लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया और इस पुरस्कार को भारत के 1.4 अरब लोगों और भारत-ब्राजील की गहरी दोस्ती और दोनों देशों के बीच मजबूत लोगों के बीच संबंधों को समर्पित किया।
इससे पहले, ब्राजील के राष्ट्रपति ने एक्स पर पोस्ट किया था कि ब्रासीलिया में आपका स्वागत है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्राजील आपकी यात्रा के लिए आभारी है। यह बैठक निश्चित रूप से हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक नया बढ़ावा देगी।
प्रधानमंत्री मंगलवार को ब्राजील की राजकीय यात्रा पर पहुंचे, जो लगभग छह दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है। इससे पहले वे 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए रियो डी जेनेरियो में थे।
भारत और ब्राजील ने किए तीन समझौतों पर हस्ताक्षर
भारत और ब्राजील ने हर क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मज़बूत करने और दोनों देशों के लोगों के बीच परस्पर संपर्क तथा व्यावसायिक संबंधों को बढ़ावा देने के साझा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए तीन समझौतों और कई अन्य समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं।
ब्राजील की आधिकारिक यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ब्राजील के राष्ट्रपति लूला द सिल्वा के साथ मंगलवार देर रात यहां हुई द्विपक्षीय बैठक तथा प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद इन समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। दोनों देशों के अधिकारियों ने मोदी और लूला की मौजूदगी में अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और संगठित अपराध से निपटने में सहयोग पर समझौते,वर्गीकृत सूचनाओं के आदान-प्रदान और पारस्परिक संरक्षण समझौते और नागरिक मामलों में पारस्परिक कानूनी सहायता पर समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इसके अलावा नवीकरणीय ऊर्जा में सहयोग पर समझौता ज्ञापन, ब्राजील के कृषि विभाग और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के बीच कृषि अनुसंधान पर समझौता ज्ञापन, डिजिटल परिवर्तन के लिए सफल बड़े पैमाने पर डिजिटल समाधानों के साझाकरण हेतु सहयोग पर समझौता ज्ञापन, बौद्धिक संपदा के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
दोनों नेताओं ने अपने-अपने देशों के संबंधित सरकारी निकायों को कुछ अन्य द्विपक्षीय समझौतों को यथाशीघ्र संपन्न करने के उद्देश्य से सहयोग करने का भी निर्देश दिया। इनमें रक्षा उद्योग सहयोग पर समझौता ज्ञापन, खेल क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापन, अभिलेखीय सहयोग पर समझौता ज्ञापन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (सीईपी) 2025-2029 शामिल हैं।
दोनों देशों ने अपनी विदेश नीति के मार्गदर्शक सिद्धांतों शांति, समृद्धि और सतत विकास के उच्च उद्देश्यों को याद करते हुए बहुलवादी पहचान वाले दो जीवंत लोकतंत्रों के बीच बढ़ते सहयोग के एजेंडे पर सहमति व्यक्त की। यह एजेंडा सभी के लिए अधिक न्यायसंगत, अधिक समावेशी और अधिक टिकाऊ विश्व के सह-निर्माता के रूप में अंतरराष्ट्रीय मामलों में दोनों देशों की विशिष्ट भूमिका के अनुरूप है।