अजमेर में धूमधाम से मनाई सावित्री बाई फूले जयंती

45 गर्भवती महिलाओं को दिया गोद भराई का सामान
अजमेर। भारत की प्रथम महिला शिक्षिका नारी शक्ति की नींव सावित्री बाई फूले की 192वीं जंयती माली सैनी समाज ने धूूमधाम से मनाई। इस मौके पर 45 गर्भवती महिलाओं को गोद भराई का सामान भेंट किया गया तथा लड्डू बांटे गए।

सावित्री बाई फूले राष्ट्रीय जागृति मंच अजमेर की जिलाध्यक्ष पार्षद सुनिता चौहान ने बताया सावित्री बाई फूले जयंती के अवसर पर सुबह 10 बजे समाज के गणमान्यजनों ने महात्मा ज्योतिबा फूले सर्किल पर माता सावित्री बाई फूले के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की तथा उनके नक्शे कदम पर चलने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर सुनीता चौहान ने सावित्रीबाई फुले की सं​घर्षमय जीवन गाथा तथा समाज सुधार के लिए किए गए कार्यों के बारे जानकारी देते हुए कहा कि उनका जन्म 3 जनवरी 1831 को हुआ था। सावित्रीबाई फूले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं।

उनके पति महात्मा ज्योतिबा फूले को महाराष्ट्र और भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में माना जाता है। पति, संरक्षक, गुरु के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सावित्री बाई फूले ने महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने का बीडा उठाया, इससे दबे कुचले दलित वर्ग को संबंल मिला।

सावित्रीबाई ने अपना जीवन एक मिशन की तरह से जीया जिसका उद्देश्य था विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाना। वे एक कवियत्री भी थीं। उन्हें मराठी की आदिकवियत्री के रूप में भी जाना जाता है।

सावित्रीबाई फूले की जयंती पर आदर्शनगर स्थित मनुहार गार्डन में मनुहार गार्डन में एक समारोह के बीच संस्था की ओर से 45 गर्भवतियों को ड्रायफुट, घी, गुड, नारियल, जच्चे-बच्चे के लिए उपयोगी सामान प्रदान किया गया। साथ ही उन्हें राजस्थानी चुनड़ी ओढ़ाकर, माला पहनाकर गोद भराई की रस्म अदा की गई।

इस अवसर महापौर बृजलता हाड़ा ने इस सराहनीय व उत्कृष्ट कार्य के लिए संस्था अध्यक्ष व समस्त कार्यकारिणी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इसी मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में श्रेष्ठ कार्य करने वाली महिलाओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। शाम को बाल प्रकाश आश्रम बड़गांव में पढ़ने वाले निर्धन विद्यार्थियों को उनी वस्त्र देकर भोजन कराया गया।

कार्यक्रम में रागिनी चवुर्वेदी, मंजू बलाई, डा. ज्योति गौतम, अभिलाषा विष्नोई, अरूणा कच्छावा, पदमा शर्मा, बीना टांक, कुसुम पालीवाल, मधु सैनी, पूनचन्द मारोठिया, विजय जैन, डॉ. गोपाल बाहेती, नीरज जैन, धर्मेंद्र टांक, त्रिलोकचंद इन्दौरा, महेश चौहान, महेन्द्र जादम का हेमराज सिसोदिया, नवीन कच्छावा, हेमराज खारोलिया, प्रदीप कच्छावा, हेमन्द्र सिगोंदिया, मामराज सैन, द्रोपती कोली, सेवाराम चौहान, चेतन सैनी, मामराज सैन, उमा मालाकार, वीर सिंह चौहान, धनराज चौधरी, राजेश सांखला ने स्वागत किया।

इस अवसर पर संस्था की कार्यकारिणी सदस्य सुमन भाटी, सरिता चौहान, उषा चौहान, रेखा गहलोत, नीतू गहलोत, एडवोकेट बबीता टांक, मंजू अजमेरा, आशा सांखला, सुशीला चौहान, विजय लक्ष्मी सिसोदिया, श्यामा चौहान, ममता पालड़िया, राजकुमार टांक, रेणु चौहान, बीना सांखला, बीना टांक, अंजली गहलोत, रंजनी कच्छावा, पूजा, रेखा सैनी, कविता कच्छावा, सुनीता योगेश, रेखा चौहान, सीता सैनी, माया गहलोत, लीला टांक, उर्मिला मारोठिया, नीमिता टांक, रानू सांखला, माली सेना समेत बडी संख्या में समाज बन्धु उपस्थित रहे। मंच का संचालन बीना गर्ग ने तथा सहयोग ममता चौहान ने किया।