अजमेर में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास का अभ्यास वर्ग संपन्न

राष्ट्रीय संयोजक संजय कुमार स्वामी ने की शिरकत
अजमेर। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की ओर से महाराणा प्रताप नगर कोटड़ा में आयोजित अभ्यास वर्ग में चितौड प्रांत के 13 जिलों से न्यास से जुड़े कार्यकर्ता, शिक्षक, समाजसेवी समेत कई जागरूक नागरिकों ने भाग लिया।

रविवार को सम्पन्न हुए अभ्यास वर्ग के दौरान संगठन की कार्यपद्धति, उद्देश्यों और आगामी योजनाओं से अवगत कराने के साथ-साथ अभ्यास वर्ग समाज में शिक्षा, संस्कृति, सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय जागरूकता जैसे विषयों पर केंद्रित रहा।

इससे पहले अभ्यास वर्ग का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार व दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। आरएसएस चितौड प्रांत संघचालक जगदीश राणा, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास चित्तौड़ प्रांत के राष्ट्रीय संयोजक संजय कुमार स्वामी, क्षेत्रिय संरक्षक दुर्गाप्रसाद, गोविंद गुरू जनजातिय विश्व विघालय बांसवाडा के कुलगुरू प्रो केशव सिंह ठाकुर, डाॅ. अमित शास्त्री, क्षेत्र संसयोजक नितीन कासलीवाल, सह संयोजक डाॅ. जयसिंह जोधा आदि का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

अतिथियों व विशिष्ट अतिथियों के ने न्यास की विकास यात्रा पुस्तक का विमोचन किया। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास चितौड प्रांत के अभ्यास वर्ग में भारतीय शिक्षा दर्शन, संस्कृति आधारित पाठ्यक्रम और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन, विकास यात्रा, कार्यकर्ता विकास एव आगामी योजनाएं, पंचपरिवर्तन के साथ न्यास के विषयों को जोडने एवं क्षेत्र की आगामी योजनाओं पर भिन्न-भिन्न सत्रों में चर्चाएं की गई।

क्षेत्रीय सहसंयोजक नितिन कासलीवाल ने बताया कि शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास 11 विषय, 3 आयाम एंव 3 प्रकल्पों पर काम कर रहा है। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वन एवं शिक्षा से आत्मनिर्भर भारत के तहत पूरे राजस्थान में 2 अभियान चला रहा है।

उच्च शिक्षा में 620 राजकीय महाविद्यालय व 2 हजार से अधिक निजी महाविद्यालय उन सभी के समक्ष राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वन के विभिन्न आयोजन 2 प्रांतों में सम्पन्न हो चुके हैं। आगामी दिनों में उच्च शिक्षा आयुक्तालय के संयुक्त तत्वावधान में जोधपुर प्रांत में कार्यक्रम आयोजित होंगे।

इसमें विश्वविद्यालय तथा प्रांत के प्रमुख राजकीय विश्वविद्यालय को भी साथ जोडा जाता है, ताकि यह विषय सरकार के साथ-साथ निजी महाविद्यालय को साथ लेकर किया जाए और उसका क्रियान्वन धरातलीय स्तर पर हो। इसी के तहत अभ्यास वर्ग में सभी कार्यकर्ताओं को पूर्णतः अभियासित किया गया।