जोधपुर/पाली/बड़वानी। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिला पुलिस ने एक व्यापारी से 22 लाख रुपए से अधिक के साइबर फ्रॉड के मामले में राजस्थान के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
सेंधवा शहर थाना पुलिस के मुताबिक सदर बाजार निवासी व्यापारी राहुल गर्ग की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर राजस्थान के जोधपुर के झंवर थाना निवासी अनिल बिश्नोई और पाली जिले के जैतपुर थाना निवासी भोला सिंह राठौड़ को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के पास से 18 एटीएम कार्ड, नौ सिम कार्ड, 6 मोबाइल फोन और 60 हजार रु नगद जब्त किए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक राहुल गर्ग को 12 जून को मैसेज के माध्यम से एक लिंक आई थी। इस लिंक को क्लिक करने पर टेलीग्राम एप पर नीजा नामक महिला ने फुटलाकर नामक कंपनी में निवेश करने को कहा गया था। राहुल ने शुरुआती दौर में छोटी राशि का निवेश किया, जिससे उसे अच्छा रिटर्न मिला।
इस लालच में उसने अपने कई रिश्तेदारों से उधार लेकर 18 बार में 22 लाख 66 हजार 746 रु यूपीआई और आरटीजीएस के माध्यम से निवेश किये। इसके बाद उसे अपने साथ साइबर ठगी का एहसास हुआ और उसने पुलिस को शिकायत की।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में अपराध के तीन चरण हैं। विभिन्न दस्तावेजों की सहायता से फर्जी खाता खुलवाए जाते थे। इसमें खातेदारों को यह पता ही नहीं होता था कि उनके खाते खुले हुए हैं। फिर उन खातों में साइबर फ्रॉड कर राशि डिपॉजिट करवाना।
पुलिस ने बताया कि यह दोनों आरोपी दरअसल उन खातों को ऑपरेट करते थे और एक लाख रुपए पर दस हजार रुपए कमीशन की लालच में पैसा निकालने का काम करते थे। इसके बाद वे कमीशन काट कर राशि मुख्य षड्यंत्रकर्ताओं को विभिन्न माध्यमों से प्रदान कर देते थे।
पुलिस सूत्रों ने अभी तक की विवेचना में संभावना व्यक्त की कि मुख्य षड्यंत्रकर्ता राशि लेकर उसे क्रिप्टोकरंसी में बदल देते थे। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी मुख्य षडयंत्रकर्ताओं को नहीं जानते हैं, लेकिन पुलिस उन तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किए जाने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।