पुष्कर में श्रीमाली ब्राह्मण समाज के छात्रों का वैदिक संस्कार शिविर सम्पन्न

पाली/जोधपुर/पुष्कर। अखिल भारतीयवर्षीय श्रीमाली ब्राह्मण समाज पुष्कर एवं राजस्थान संस्कृत अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में श्रीमाली ब्राह्मण समाज पुष्कर के महालक्ष्मी मन्दिर में 29 मई से चल रहे निःशुल्क 21 दिवसीय वैदिक संस्कार शिविर बुधवार को आदि गोड धर्मशाला में सम्पन्न हुआ

समापन समारोह में मुख्य अतिथि संस्कृत अकादमी की निदेशक लता श्रीमाली ने कहा कि ब्राह्मणों को अपना कर्म विधि विधान से करना चाहिए। उन्होंने अकादमी द्वारा चलाई जा रही संस्कृत शिक्षा की जानकारी देते हुए बताया कि इस शिविर में गुरुओं द्वारा सिखाए ज्ञान का निरंतर अभ्यास कर पाठ, हवन आहुति का सही उच्चारण से वैदिक कर्म करना चाहिए जिससे देवी देवताओं को प्रसन्न किया जा सकता है।

उन्होंने मुलाधर चक्र को एकाग्र कर नित्य ध्यान करने, वेद मंत्रों का जीवन में लगातार शुद्ध उच्चारण करने, कवच का पाठ, संध्या वाचन सहित ब्राह्मण कर्मो की पालना करने को कहा। उन्होंने अखिल भारतीय श्रीमाली ब्राह्मण संस्था पुष्कर के अध्य्क्ष, कार्यकारणी एवं शिविर में सहयोग करने वालों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

शिविर के संयोजक आचार्य पण्डित जीवन किशोर जोशी ने विद्यार्थियों से कहा कि इतने कम समय में हम जो भी शिक्षा दे सके हैं उसका निरन्तर अभ्यास करते रहना चाहिए। सदैव आगे भी पढ़ते रहना चाहिए ताकि भविष्य में सभी अपना नित्य कर्म सुचारू रूप से कर सकें एवं अपने यजमानों को भी विधिवत् पूजा यज्ञ इत्यादि करवा सकेंगे। अतिथि पंडित घनश्याम जोशी, बालकृष्ण शास्त्री, पंडित जीवन किशोर जोशी, संस्था के सचिव कैलाश त्रिवेदी, शांतिलाल ओझा, महेंद्र दवे, प्रवीण शास्त्री ने अपने विचार व्यक्त किए।

संस्था के अध्यक्ष विधुशेखर ने शिविर में दी गई वेद शिक्षा की जानकारी देते हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को शिविर के माध्यम से वेदमंत्रो का ज्ञान दिया गया। उन्होंने 21 दिन तक विधिवत रूप से संचालन में सहयोग करने वालों का आभार ज्ञापित किया।

कांतिलाल ओझा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर विद्यार्थियों व विद्वान् ब्राह्मणों ने वेद मंत्रों का पठन कर माहौल को धर्ममय बना दिया। उपेन्द्र श्रीमाली ने सभी शिष्यों को पूजा पाठ में काम आने वाले संध्या-पात्र, आसन, गौमुखी माला इत्यादि भेंट किए। इस मौके पर गिरिराज दवे, अर्जुन, योगेश, अरुण बोहरा, बाबूलाल,आकाश ओझा, पत्रकार कुलदीप त्रिवेदी एवं छात्रों के अभिभावक उपस्थित रहे।