ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा के लिए भाजपा पर निशाना साधा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए भगवा ब्रिगेड और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पर मुर्शिदाबाद में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का आरोप लगाया।

बनर्जी ने कहा कि मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा सुनियोजित थी और आरोप लगाया कि अगर बीएसएफ ने फायरिंग नहीं की होती तो दंगा नहीं होता। उन्होंने कहा कि हिंसा से केवल दो वार्ड प्रभावित हुए। उन्होंने बीएसएफ पर फायरिंग करने का आरोप लगाया और दावा किया कि अगर सुरक्षा बलों ने फायरिंग नहीं की होती तो मुर्शिदाबाद में दंगे नहीं होते। उन्होंने कहा कि बाहर से आए दो-तीन नेताओं ने हिंसा भड़काई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीएसएफ ने फायरिंग क्यों की, अगर बीएसएफ ने फायरिंग नहीं की होती तो अगले दिन हिंसा नहीं भड़कती। सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के बजाय भाजपा को सीमाओं का ख्याल रखना चाहिए। भारत को बचाओ और भारतीय लोगों को बचाओ। जब आप कुर्सी पर होते हैं तो आप लोगों को विभाजित नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा कि वह पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से मिलने आई थीं। लेकिन उन्हें गुप्त रूप से क्यों ले जाया गया या अपहरण क्यों किया गया। इसमें कुछ साजिश है। उन्होंने कहा कि वह (बनर्जी) हिंदू हैं, तो उन्हें उनके खिलाफ हिंसा क्यों करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे लिए हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी समान हैं। मैं नहीं चाहती कि किसी भी धर्म के लोगों पर हमला हो या उनकी हत्या हो।

उन्होंने हिंसा के दो दिनों के भीतर राष्ट्रीय महिला आयोग की उपस्थिति पर भी सवाल उठाया और पूछा कि वे मणिपुर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, ओडिशा क्यों नहीं गए। बनर्जी का मुर्शिदाबाद दौरा वक्फ संशोधन अधिनियम के मद्देनजर 11-12 अप्रैल की हिंसा के तीन सप्ताह बाद हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ बाहरी लोग और कुछ धार्मिक नेता समुदायों के बीच हिंसा और दुश्मनी भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे पश्चिम बंगाल के दुश्मन हैं।