जिन घोटालों को हमने उजागर किया, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए : सचिन पायलट

पाली। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि राज्य की पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के समय घोटाले एवं भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी एवं नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा करके हम सत्ता आए लेकिन चार वर्ष निकल गए और अभी भी हमारे पास समय है और पूरा विश्वास है कि जिन घोटालो को हमने उजागर किया, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि जनता हमारी बात पर फिर विश्वास कर सके।

पायलट पाली जिले के सादड़ी में आज किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय जो अधिकारी और नेता भ्रष्टाचार में लिप्त थे। हमने बोला था हम उन पर कार्रवाई करेंगे, हमारी सरकार को चार साल हो गए, मैं उम्मीद करता हूं कि चुनाव आने से पहले भाजपा की सरकार ने जो भ्रष्टाचार किए थे जिनको लेकर हमने जनता के बीच में कहा था। उन सब लोगों को जो इस कार्यकाल में भ्रष्टाचार में थे उनको उजागर हम करेंगे और लोगों को न्याय दिलाएंगे। जिससे जनता हमारी बात पर विश्वास कर सके।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों के भ्रष्टाचार को बेनकाब करके, हम सता में आए थे। उन लोगों से हिसाब तो लेना पड़ेगा। मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था वर्ष 2013 से 2018 तक लगातार वसुंधराजी की सरकार को चुनौती दी। हर घोटाले में आरोप लगते थे उनके ऊपर और हमने वादा किया था कि सरकार बनाने के बाद हम निष्पक्ष जांच कराएंगे और जांच होने के बाद दोषी को सजा जरूर मिलेगी ताकि लोगों का जनता का व्यवस्था में इक़बाल क़ायम रहे।

अभी भी हमारे पास समय है 11 से 12 महीने बचे है मुझे पूरा विश्वास है। जिन लोगों ने गरीबों के साथ धोखा किया, बडे बडे घोटाले किए जिन घोटालो को हमने उजागर किया, उन पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। नहीं तो अगली बार चुनाव में जाकर ज़ब हम आरोप लगाएंगे तो जनता को विश्वास करने के लिए कुछ तो देना पड़ेगा।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अनाज पैदा कर पूरे भारतवर्ष का पेट पालने वाले कृषक समाज पर अनेक चुनौतियां आई है लेकिन इतने साल बीतने के बाद भी दिल्ली की सत्ता में बैठे लोग लगातार किसान की आमदनी पर प्रहार किया है। पहले काले कानून बनाएं और एक साल तक किसानों ने आंदोलन किया। दिल्ली के अंदर तब जाकर वह काले कानून वापस लिए गए। और केन्द्र सरकार ने वायदा किया था फसल खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर एक कानून बनाएंगे। इतना समय बीतने के बाद भी स्पष्ट बहुमत होने के बाद भी भाजपा की सरकार में बैठे लोगों को ना तो किसान की चिंता है ना किसान परिवार की चिंता है।

पायलट ने कहा कि मैं कल झुंझुनूं में था मैं उससे पहले हनुमानगढ़ गया, नागौर गया, तमाम जगह जाकर मैंने किसानों से आग्रह किया कि हम सब संगठित हो, जागरूक होकर अपने भविष्य के लिए अपने विकास के लिए चिंतित हो और दबाव बनाएं उन लोगों पर जो कानून बनाते हैं। आने वाले समय में हमारे बच्चों का बेहतर भविष्य हो। किसानों के बच्चो को जब पढ़ लिखकर अवसर ढूंढने पड़ते हैं। शहरों में जाते हैं। और बच्चों के भविष्य की चिंता हम सभी लोगों को है। मैं अक्सर कहा करता हूं कि कि देश और प्रदेश में जब तक किसानों एवं गरीबों के बच्चे उन कुर्सियों पर नहीं बैठेंगे जिन कुर्सियों से इस देश और प्रदेश की नीतियां बनती है तब तक हमारा विकास सही ढंग से नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 के चुनाव हमारी कांग्रेस की सरकार चुनाव हार गई थी। हम लोग सड़कों पर आए पांच साल तक आप सबने सहयोग दिया, पांच साल की कड़ी मेहनत के साथ, सब लोगो ने योगदान दिया, हमने सरकार बनाई। पांच सालों में वसुंधराजी की सरकार राजस्थान में थी हमने चुनौती दी थी वसुंधराजी की सरकार को आपके भ्रष्टाचार आप के काले कारनामों को उजागर करेंगे। और 2018 में जब जनता ने भाजपा की सरकार को विदाई दी थी। इस विश्वास पर दी थी उस पांच साल में गड़बड़ी और जो घोटाले हुए हैं। हम उनकी जांच करेंगे उन पर उचित कार्रवाई करेंगे।

उन्होंने कहा कि 11 महीने बाद चुनाव होंगे सब जानते हो कि हमारी स्थिति जो पहले पाली, जालौर एवं सिरोही में थी, उसमें थोड़ी कमी आई है। मैं चाहता हूं हम सब नौजवान, सभी किसान, अगड़े, पिछड़े हर जाति, बिरादरी के लोग, महिला, बुजुर्ग मिलकर आने वाले समय में संगठन को मजबूती दे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐतिहासिक, और साहसिक यात्रा निकाली है, उसका कोई सानी नहीं है। कांग्रेस पार्टी एक और अभियान की शुरुआत कर रही है। हाथ से हाथ जोड़ो अभियान, कांग्रेस का हाथ है और गरीब और नौजवान का हाथ थाम कर हम राहूल गाँधी का कांग्रेस पार्टी का सन्देश हर गाँव ,ढाणी , तक लेकर जाना चाहते है।

उन्होंने कहा कि हर पांच साल में सरकार बदलती है और पिछले तीस सालों में पांच साल सरकार भाजपा की पांच साल सरकार कांग्रेस की और कांग्रेस की सरकार दुबारा बनाने के लिए हमको आपको मिलकर मेहनत करनी पड़ेगी।