वासुदेव देवनानी के निशान पर अजमेर नगर निगम, बोले पुराना ढर्रा नहीं चलेगा

केईएम का नाम बदल कर अजमेर के महापुरुष के नाम पर किया जाए
आजाद पार्क में लगाई जाए चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति
अजमेर। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी शहर की सफाई, ड्रेनेज, सीवरेज और सौन्दर्यीकरण को लेेकर नगर निगम के अफसरों पर बरसे। उन्होंने अफसरों को चेतावनी दी कि पुराना ढर्रा नहीं चलेगा। शहर को साफ और सुन्दर रखना हमारी जिम्मेदारी है। अगले साल अजमेर स्वच्छता रैंकिंग में शीर्ष पर होना चाहिए। उन्होंने केईएम का नाम बदलने एवं आजाद पार्क में चंद्र्शेखर आजाद की मूर्ति लगाने के भी निर्देश दिए।

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बुधवार को नगर निगम के अधिकारियों के साथ शहर के सौंदर्यीकरण, स्वच्छता, ड्रेनेज, सीवरेज, वेस्ट मैनेजमेंट, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, स्ट्रीट वेंडर्स , नालों की सफाई सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण एवं स्मार्ट सिटी रैंकिंग में अव्वल दर्जा दिलाने पर जोर देते हुए दिशा निर्देश दिए।

उन्होंने शहरी विकास के महत्वपूर्ण पहलुओं पर कार्य करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में शहर के भीतर जीवन की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाने के उद्देश्य से कई प्रमुख मुद्दों को शामिल किया गया। बैठक में जल निकासी और सीवरेज के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए रणनीतियों पर जोर दिया गया। ताकि निवासियों की भलाई में योगदान देने वाली कुशल प्रणाली सुनिश्चित की जा सके।

उन्होंने कहा कि मानसून आने से पूर्व ही सीवरेज ओवरफ्लो की समस्या के उपाय कर लिए जाएं। अधिक वर्षा के कारण सीवरेज का ढक्कन खुलने पर कचरा सड़कों पर नहीं बहकर आना सुनिश्चित किया जाए। नगर निगम के नालों की सफाई नियमित रूप से की जाए। अधिकारी केवल बारिश के कुछ महत्वपूर्ण टेंडर निकालकर इतिश्री नहीं करें।

शहर में वार्डो की समुचित सफाई व्यवस्था, सड़कों पर साफ-सफाई, निगम के अधीन आने वाले पार्कों का रखरखाव एवं सफाई की व्यवस्था, स्वीपिंग मशीन का सदुपयोग करते हुए शहर को साफ एवं स्वच्छ बनाया जाए। इससे स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग में सुधार के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन का केंद्र होने से पर्यटक शहर की अच्छी छवि अपने साथ लेकर जाएंगे।

उन्होंने ने प्राचीन शहरी वातावरण को बनाए रखने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों की आवश्यकता पर बल देते हुए स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया। शहर की झीलों में जलकुंभी को हटाने के लिए डीविडिंग मशीन के अलावा मैन्युअल लेबर से सफाई का टेंडर दिया जाए। आनासागर चैपाटी पर लाइटों का अभाव है। इसके लिए साफ-सफाई एवं उचित रोशनी लगवाने को अधिकारियों को निर्देशित किया।

उन्होंने बताया कि स्ट्रीट वेंडर्स के विनियमन और समर्थन पर एक व्यापक चर्चा हुई, इसका उद्देश्य आर्थिक गतिविधियों और व्यवस्थित सार्वजनिक स्थानों को बनाए रखने के बीच संतुलन बनाना रहा। बैठक में मांस की दुकानों के लिए अनुपालन उपायों, स्वच्छता मानकों और विनियमों का पालन सुनिश्चित करने, एक स्वस्थ और सुरक्षित शहरी वातावरण को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई। अवैध मीट की दुकानों तुरंत प्रभाव से कार्यवाही करने को निर्देशित किया गया।

उन्होंने बताया कि निगम द्वारा संचालित ग्रीन बसों की माॅनिटरिंग करने, नगर निगम द्वारा नक्शे निर्धारित समय में आनलाइन स्वीकृति अथवा अस्वीकृति करने, दरगाह एवं आसपास के क्षेत्रा में जर्जर इमारत पर कार्रवाई करने, कच्ची बस्ती में पत्तों का वितरण करने एवं होटल एवं पेइंग गेस्ट के लाईसेंस की निरंतर जांच करने सहित कांजी हाउस में एम्बुलेंस एवं चिकित्सक की नियुक्ति के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

नगर निगम एक ऐसा शहर बनाने की सामूहिक जिम्मेदारी को पहचानते हुए, जो न केवल कार्यात्मक हो, बल्कि सौंदर्य की दृष्टि से भी मनभावन हो, इन उपायों को सहयोगपूर्वक लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। बैठक में महापौर बृजलता हाड़ा, सीईओ देशल दान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।