सागर/भोपाल। मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी के सागर जिले के देवरी से विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने गुरुवार रात एक नाटकीय घटनाक्रम के बीच विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया।
पटेरिया सागर जिले के केसली थाने पहुंचे थे और वहां एक पीड़ित की कथित तौर पर प्राथमिकी दर्ज नहीं होने के कारण उन्होंने वहीं से त्यागपत्र लिखकर विधानसभा अध्यक्ष और सचिवालय को भेज दिया। पटेरिया ने त्यागपत्र भेजे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि जब सत्तारूढ़ दल के विधायक की बात ही नहीं सुनी जाए, तो वे ऐसी विधायिकी नहीं करना चाहते। पटेरिया ने गुरुवार की रात्रि में लगभग दस बजे त्यागपत्र दिया है और वे इसके बाद से अपने समर्थकों के साथ थाना परिसर में धरने पर बैठ गए।
पटेरिया ने मौके पर मीडिया से कहा कि वे एक पीड़ित के पक्ष में तथा चिकित्सक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने आए थे। उनकी थाना प्रभारी और अन्य पुलिस अधिकारियों से भी बात हुई, लेकिन वे “सर्कुलर” दिखा रहे हैं और प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब निर्वाचित विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो सकती है, तो एक चिकित्सक के खिलाफ क्यों नहीं।
पटेरिया ने विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित पत्र में लिखा है कि पीड़ित पक्ष के संदर्भ में थाना केसली में उपस्थित हुआ। थाना केसली में एफआईआर दर्ज नहीं होने से पीड़ित पक्ष के साथ न्याय नहीं होने से मैं आहत हूं, पीड़ित हूं, व्यथित हूं, अत: विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। पटेरिया के त्यागपत्र की खबर के बाद प्रदेश भाजपा संगठन और सरकारी तंत्र भी सक्रिय हो गया है।
पटेरिया पहले कांग्रेस में थे और उसके टिकट पर भी देवरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। नवंबर दिसंबर 2023 का चुनाव उन्होंने देवरी से भाजपा के टिकट पर लड़ा और विजयी हुए। दो सौ तीस सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के कुल सदस्यों की संख्या 163 है, जबकि कांग्रेस के 64 विधायक हैं। एक विधायक भारत आदिवासी पार्टी से है और दो सीट बुधनी तथा विजयपुर रिक्त हैं।
डॉक्टर मांग रहा था रिश्वत
बतादें कि एक महीने पहले एक बुजुर्ग धनीराम को सांप ने काट लिया था। इलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई थी। मृतक का केसली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर ने पोस्टमार्टम भी किया था, जिसके बाद डॉक्टर ने पीएम रिपोर्ट परिजनों को नहीं दिया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर का कहना है कि आर्थिक सहायता चार लाख रुपए मिली है जिसकी बदले में वो 40 हजार दें तब रिपोर्ट मिलेगी। जब डॉक्टर ने पीएम रिपोर्ट देने से साफ मना कर दिया तब परिजन थाने पहुंचे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मृतक धनीराम के परिजन भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया के यहां पहुंचे। उन्होंने पूरी बात विधायक को बताई। विधायक ने तत्काल केसली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर दीपक दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही। लेकिन थाने में एफआईआर दर्ज नहीं की गई। विधायक नाराज होकर अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए। इस पूरे मामले में विधायक बृज बिहारी पटेरिया का कहना है कि अगर सत्ता दल के विधायक को धरना देना पड़े, इससे शर्मनाक बात कोई हो नहीं सकती। ऐसी विधायकी मुझे नहीं करना है। मैं अपना पेट भरने के लिए विधायक नहीं बना। मैं जनता की बात करने के लिए विधायक बना हूं। गरीबों की आवाज उठाने के लिए विधायक बना हूं।
भाजपा विधायक के इस्तीफे पर कांग्रेस ने किया कटाक्ष
सागर जिले के देवरी से भारतीय जनता पार्टी विधायक बृजबिहारी पटेरिया के आज रात त्यागपत्र देने की घटना पर मध्यप्रदेश में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सत्तारूढ़ दल पर कटाक्ष किया है। प्रदेश कांग्रेस ने सोशल मीडिया एक्स पर रात्रि में विधायक की ओर से लिखा गया पत्र पोस्ट करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया में वायरल पत्र के अनुसार सागर जिले के देवरी से भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने विधानसभा अध्यक्ष के नाम इस्तीफा भेजा है। विधायक अपने क्षेत्र के एक पीड़ित के लिए थाना केसली पहुंचे थे, लेकिन पीड़ित की एफआईआर दर्ज नहीं की गई। मध्यप्रदेश में भाजपा के जनप्रतिनिधियों की ही सुनवायी नहीं हो रही है, तो आम जनता फिर क्या ही उम्मीद कर सकती है।