मशाल जुलूस को रोकना दर्शाता है तानाशाह का डर : कांग्रेस

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए उसके कार्यकर्ताओं की ओर से निकाले जाने वाले के मशाल जुलूस को रोककर मोदी सरकार ने साबित कर दिया है कि सच सामने आने के डर से वह हर आंदोलन को कुचलने की कोशिश कर रही है, लेकिन कांग्रेस किसी भी तानाशाही के सामने झुकने वाली नहीं है।

कांग्रेस महासचिव संगठन के सी वेणुगोपाल ने कहा कि पुलिस हमें लाल किला से लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति जुलूस निकालने से रोक रही है और हमें मशाल जुलूस लेकर गंतव्य स्थल तक नहीं जाने दे रही है। इससे हम पर फर्क नहीं पड़ा और हमने पुलिस बैरिकेड से आगे अपना मार्च निकाला।

पार्टी ने कहा कि हर कदम पर हमें रोकने और हमारी आवाज को दबाने की खोखली कोशिशें इस बात का सबूत है कि-तानाशाह डरा हुआ है, घबराया हुआ है। हमारे सच से बौखलाया हुआ है, लेकिन हम किसी भी कीमत पर हार नहीं मानेंगे। तानाशाह हारेगा, लोकतंत्र की जीत होगी।

मोदी सरकार को तानाशाह बताते हुए पार्टी ने कहा कि तानाशाह का डर देखिए। अडानी का नाम आते ही संसद म्यूट करवा देता है। सड़क पर प्रदर्शन हो, तो पुलिस लगवा देता है। डर है कि ’20 हजार करोड़’ का राज न खुल जाए। ये मर्डर ऑफ़ डेमोक्रेसी है। संसद के अंदर और बाहर हमारी आवाज को ख़ामोश किया जा रहा है। हमारे नेता को अयोग्य घोषित कर रहे हैं और अब हमें चलने नहीं दे रहे हैं। ये क्या डेमोक्रेसी है।

पार्टी ने कहा कि सत्य और सत्याग्रह से डर गया तानाशाह। कांग्रेस के शांतिपूर्ण ‘मशाल मार्च’ को रोकने के लिए लाल किले के पास भारी संख्या में पुलिस लगा दी गई।दिल्ली के कोने-कोने से कांग्रेस के साथियों को हिरासत में लिया जा रहा है। राहुल गांधी ने अडानी मामले पर लोकसभा में अपनी आवाज उठाने की कोशिश की। लेकिन लोकसभा में अडानी पर बोलने नहीं दिया जाता, माइक ऑफ कर दिया जाता है।