IPL : गुजरात टाइटन्स को हराकर 10वीं बार फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स

चेन्नई। चेन्नई सुपर किंग्स ने रुतुराज गायकवाड़ (44 गेंद, 60 रन) के शानदार अर्द्धशतक और रवींद्र जडेजा (22 रन, दो विकेट) के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पहले क्वालीफायर में मंगलवार को गुजरात टाइटन्स को 15 रन से हराकर फाइनल में जगह बना ली। चेन्नई ने गुजरात के सामने 173 रन का लक्ष्य रखा, जिसके जवाब में गुजरात 157 रन बनाकर पारी की आखिरी गेंद पर ऑलआउट हो गई।

चेपौक की चुनौतीपूर्ण पिच पर जहां अन्य बल्लेबाज संघर्ष करते नज़र आए, वहीं सलामी बल्लेबाज गायकवाड़ ने 44 गेंद पर सात चौकों और एक छक्के के साथ 60 रन की अर्द्धशतकीय पारी खेलकर चेन्नई की जीत का रास्ता आसान कर दिया। छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे जडेजा ने 16 गेंद पर 22 रन बनाकर टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।

यह स्कोर गुजरात के लिए बहुत बड़ा साबित हुआ। जडेजा ने मध्य ओवरों में गुजरात को रनों के लिए तरसाया दिया और अपने चार ओवर में मात्र 18 रन देकर दो विकेट लिए। महीष तीक्षणा ने उनका बखूबी साथ निभाया और चार ओवर में 28 रन देकर दो सफलताएं हासिल कीं। राशिद खान (16 गेंद, 30 रन) ने कुछ अच्छे शॉट खेलकर संघर्ष किया, हालांकि यह गुजरात को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं था।

चेन्नई रिकॉर्ड 10वीं बार आईपीएल के फाइनल में पहुंच गई है जहां वह पांचवीं बार खिताब जीतने के लिए 28 मई को अपनी दावेदारी पेश करेगी। गुजरात को फाइनल में पहुंचने के लिए दूसरे क्वालीफायर के रूप में एक और मौका मिलेगा, जहां उसका सामना लखनऊ सुपर जायंट्स या मुंबई इंडियन्स में से किसी एक से होगा।

गुजरात ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करते हुए मोहम्मद शमी के दम पर सधी हुई शुरुआत की। अपना पहला आईपीएल मैच खेल रहे दर्शन नालकंडे ने दूसरे ओवर में गायकवाड़ को कैच आउट करवा दिया, हालांकि यह गेंद नो बॉल होने के कारण चेन्नई के बल्लेबाज को जीवदान मिला।

गायकवाड़ ने यह जीवनदान मिलने के बाद इस ओवर में एक छक्का और चौका जड़ते हुए लय हासिल कर ली। दूसरे छोर पर खड़े कॉनवे ने जहां हाथ खोलने के लिये समय लिया, वहीं गायकवाड़ ने आक्रामक रुख अपनाकर चेन्नई को पावरप्ले में 49 रन तक पहुंचाया।

गायकवाड़ और कॉनवे के बीच पहले विकेट के लिये 87 रन की मजबूत साझेदारी हुई, जिसे मोहित शर्मा ने गायकवाड़ का विकेट लेकर तोड़ा। गायकवाड़ का विकेट गिरते ही चेन्नई की पारी धीमी पड़ गई।

नूर अहमद ने शिवम दूबे को एक रन के स्कोर पर आउट कर दिया। अंतिम ओवरों की ओर बढ़ते हुए अजिंक्य रहाणे (10 गेंद, 17 रन) ने रनगति बढ़ाना चाही लेकिन दर्शन को छक्का जड़ते ही अगली गेंद पर वह कैच आउट हो गये। कॉनवे ने 34 गेंद पर 40 रन की पारी खेली और उनका संघर्ष राशिद खान ने समाप्त किया।

चेन्नई ने 10 ओवर में 85 रन बना लिये थे, लेकिन विकेटों के लगातार पतन के कारण वह 17 ओवर में 137/4 तक ही पहुंच सकी। चेन्नई ने अगले तीन ओवरों में तीन विकेट गंवाये, हालांकि बल्लेबाजों के संघर्ष के कारण वह 35 रन भी जोड़ सकी।

रायडू ने नौ गेंद पर 17 रन बनाये, जबकि रवींद्र जडेजा ने 16 गेंद पर 22 रन का योगदान दिया। मोईन अली चार गेंदों पर नौ महत्वपूर्ण रन बनाकर नाबाद रहे जबकि चेन्नई ने 20 ओवर में 172/7 का स्कोर खड़ा किया।

आमतौर पर गुजरात को तेज शुरुआत दिलाने वाली ऋद्धिमान साहा और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी यहां लक्ष्य का पीछा करते हुए आक्रामकता नहीं दिखा सकी। साहा 11 गेंद पर 12 रन बनाकर तीसरे ओवर में ही आउट हो गए, जबकि तीक्षणा ने पावरप्ले समाप्त होने से पहले हार्दिक पांड्या को पवेलियन लौटा दिया।

गुजरात पावरप्ले में मात्र 41 रन ही बना सकी और जडेजा-तीक्षणा की अनुशासनपूर्ण गेंदबाजी ने उसके लिये परिस्थितियों को और मुश्किल कर दिया। बढ़ते हुए दबाव के बीच दसुन शनाका ने तीक्षणा को एक चौका और एक छक्का जड़ा, हालांकि जडेजा के खिलाफ बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में वह आउट हो गए। दो ओवर बाद जडेजा ने डेविड मिलर को आउट कर दिया।

विकेटों के पतन के दौरान गिल गुजरात के लिए आशा की किरण बनकर पिच पर खड़े थे। दीपक चाहर ने 13वें ओवर में उनका बहुमूल्य विकेट ले लिया। गिल ने 38 गेंद पर मात्र 42 रन बनाये, जबकि तीक्षणा का शिकार होने से पहले राहुल तेवतिया भी तीन रन ही बना सके। गुजरात के छह विकेट 98 रन पर गिरने के बाद चेन्नई की जीत लगभग सुनिश्चित हो गई।

अंतिम ओवरों में राशिद ने कुछ अच्छे शॉट खेलकर गुजरात के लिए संघर्ष किया। राशिद ने 16 गेंद पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 30 रन बनाते हुए विजय शंकर (10 गेंद, 14 रन) के साथ सातवें विकेट के लिये 38 रन की साझेदारी की। पारी के 19वें ओवर में राशिद का विकेट गिरते ही गुजरात का संघर्ष समाप्त हुआ। मथीशा पथिराना ने मोहम्मद शमी का विकेट लेकर गुजरात की पारी का आधिकारिक अंत करते हुए चेन्नई के साथ आईपीएल फाइनल में प्रवेश किया। जडेजा और तीक्षणा के अलावा चाहर और पथिराना ने भी दो-दो विकेट लिए, जबकि तुषार देशपांडे को एक विकेट हासिल हुआ।