राजगढ़ की यही पहचान-नशा मुक्त हो हर इन्सान : चम्पालाल महाराज

5100 से अधिक श्रद्धालुओं ने ली नशा त्यागने की शपथ
अजमेर। सर्वधर्म धार्मिक स्थल श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर रविवारीय मेले में नशामुक्ति को लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत ‘टोबेको फ्री यूथ कैम्पेन 3.0’ व मसाणिया भैरव धाम के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को नशामुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाया।

धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि इस अभियान में लगभग पन्द्रह हजार श्रद्धालुओं में से 5100 से अधिक श्रद्धालुओं ने अपने दोनों हाथ उठाकर जीवन में दोबारा नशा नहीं करने का संकल्प लिया। नशा त्यागने वाले पुरूषों व महिलाओं ने नशे करने वाली वस्तुएं बाबा के श्रीचरणों में छोड़ी। श्रद्धालुओं ने स्वयं के लिए तथा परिवार को नशे के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए स्वेच्छा से नशामुक्ति का संकल्प लिया। श्रद्धालु हाथों मे नशमुक्ति के स्लोगन लिखी तख्यिां व बैनर थामे हुए थे।

संकल्प कार्यक्रम में धाम के मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजगढ़ धाम की यही पहचान नशा मुक्त हो हर इन्सान, नशे के ज्यादा सेवन से दुर्घटनाओं व कैंसर जैसी बीमारियों से अधिकतर लोग असमय अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं। नशे की लत में घिरे युवाओं का भविष्य अंधकारमय है।

दुर्घटनाओं में अपंगता व मृत्यु, समाज में गरीबी व भयंकर बीमारियों से अकाल मृत्यु का मूल कारण नशा ही होता है। इसलिए नशे का त्याग अवश्य ही करना चाहिए। युवा, महिलाओं व लोगों को नशामुक्त करने के लिए चिकित्सा विभाग के सामाजिक सरोकार में श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ के साथ अपनी भागीदारी निभाते रहेंगे।

नशामुक्ति महाअभियान रैली को पूर्व आईपीएस महेन्द्र सिंह चौधरी, हरीश कुमार नयायाधीश चूरू ने चम्पालाल महाराज के सान्निध्य में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अजमेर की जिला सलाहकार डॉ. पूनिता जैफ ने भी सम्बोधित किया। धाम में नशामुक्ति महाअभियान के अंतर्गत पिछले कई वर्षों में लाखों लोगों का नशा छुड़ाया गया है।

धाम के प्रवक्ता सेन ने बताया कि नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने में चन्द्रप्रकाश जोशी, रक्तिम तिवाडी, जय मखीजा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अजमेर की जिला सलाहकार डॉ. पूनिता जैफ व जितेन्द्र हरचन्दानी, जिला महामारी रोग विशेषज्ञ मुकेश खोरवाल, कुलदीप तंवर तथा भैरव भक्त मण्डल के ओमप्रकाश सेन, रमेश सेन, राहुल सेन, अविनाश सेन, प्रकाश रांका, सुनील रांका, दिलीप राठी, कैलाश सेन, सुरेश कांकाणी, सतीश सेन, कमल शर्मा, विजय सिंह भवानीखेड़ा, रामप्रसाद मोर्य आदि का सहयोग रहा।