भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा नगर विकास न्यास की 3081 भूखंडों के लॉटरी से आवंटन प्रक्रिया पर शुक्रवार को सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट (पूर्व) ने रोक लगा दी। जिला अभिभाषक संस्था की याचिका पर सुनवाई करने के बाद न्यायालय ने यह स्थगन आदेश दिया।
नगर विकास न्यास ने शहर के पंचवटी, तिलकनगर, मोहनलाल सुखाडिय़ा नगर, एपीजे अब्दुल कलाम नगर, पटेलनगर, पटेलनगर विस्तार, आरपी लढ़ा नगर, नया पुर में विभिन्न आकार के भूखंड आवंटित किए जाने के लिए योजना लागू की। इसके तहत आमजन से आवेदन लिए जा रहे थे।
इस बीच, जिला अभिभाषक संस्था ने न्यायालय में इस योजना पर स्थगन आदेश के लिए याचिका दायर कर दी। संस्था सूत्रों का कहना था कि तत्कालीन राज्य सरकार के स्वायत्त शासन विभाग ने वर्ष 2013 में एक अधिसूचना जारी की थी, जिसके तहत न्यास की किसी भी योजना में अधिवक्तओं समुदाय को पांच प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान रखा गया था।
इस बीच नगर विकास न्यास ने आठ आवासीय योजना से संबंधित विज्ञप्ति जारी करके आवेदन आमंत्रित किए। इसके तहत आकर्षक दरों पर भूखंडों का लॉटरी द्वारा आवंटन किया जाना प्रस्तावित है, लेकिन राज्य सरकार ने इसमें दो जुलाई 2013 को जारी अधिसूचना के अनुसार अधिवक्ताओं को पांच प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने का कोई प्रावधान नहीं किया गया।
इसे लेकर जिला अभिभाषक संस्था ने न्यायालय में याचिका दायर करके इस योजना पर स्थगन आदेश की मांग की। इस वाद पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। न्यायालय ने सुनवाई पूरी करके नगर विकास न्यास की भूखंडों की आवंटन लॉटरी प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।
छेड़छाड़ के दोषी को चार वर्ष का सश्रम कारावास
भीलवाड़ा के यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम न्यायालय ने नाबालिग से छेड़छाड़ और मारपीट करने के दोषी को शुक्रवार को चार वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई। विशिष्ट न्यायाधीश बालकृष्ण मिश्र ने अभियुक्त जगदेव भाटी को नाबालिग से छेड़छाड़ और मारपीट करने का दोषी करार देते हुए उस पर साढ़े नौ हजार रुपए का जुर्माना भी किया। मामले के अनुसार मांडलगढ़ थाना क्षेत्र में अभियुक्त जगदेव भाटी ने घर में घुसकर पीड़िता से छेड़छाड़ की और विरोध करने पर उससे मारपीट की।
पेड़ से गिरने से एक व्यक्ति की मौत
भीलवाड़ा जिले के करेड़ा थाना क्षेत्र में पेड़ से गिरने से एक व्यक्ति की एक मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि ओडों का खेड़ा गांव का प्रभूलाल गुर्जर गुरुवार दोपहर पेड़ पर चढ़कर टहनियां काट रहा था। अचानक असंतुलित होने से वह गिर पड़ा। उसे गंभीर चोट आई। परिजन उसे आसींद अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची। वहां कुछ लोगों ने प्रभुलाल की मौत के मारपीट करने से होने की शंका जाहिर की। इसे लेकर हंगामा खड़ा हो गया। इससे कल शव पोस्टमार्टम नहीं हो सका। शुक्रवार सुबह मृतक के भाई भैंरूलाल ने प्रभु की मौत टहनियां काटते समय पेड़ से गिरने से होने की रिपोर्ट दी। इसके बाद ही पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। फिर भी हादसे के कारणों की पुलिस जांच कर रही है।