भारत को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में सहायता करने को रूस तैयार : आंद्रेई बेलौसोव

नई दिल्ली। रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव गुरुवार को कहा कि उनके देश का रक्षा उद्योग रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के भारत के प्रयासों में सहयोग करने को तैयार है।

बेलौसोव ने यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भारत और रूस के बीच सैन्य एवं सैन्य तकनीक के क्षेत्र में सहयोग पर यहां मानेकशॉ सेंटर में द्विपक्षीय सरकारी आयोग की 22 वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने भारत और रुस के बीच रणनीतिक दोस्ती को और मजबूत करने पर बल दिया।
श्री सिंह ने दोनों देशों के बीच टेक्नोलॉजी में सहयोग बढ़ाने के नए मौकों पर ज़ोर दिया।

यह बैठक दोनों देशों के बीच 23वीं वार्षिक शिखर बैठक के ठीक पहले हुई है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन शिखर बैठक के लिए आज शाम दिल्ली पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परम्परा से हटकर उनके स्वागत के लिए हवाई अड्डे पर पहंचे थे।

रक्षा मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार रक्षा क्षेत्र पर द्विपक्षीय सरकारी आयोग की आज की बैठक में दोनों पक्षों ने दोहराया कि दोनों देशों के संबंध मजबूत भरोसे,साझा सिद्धांत और एक दूसरे के प्रति सम्मान पर आधारित हैं।

बैठक में रक्षा मंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के विज़न के तहत, स्थानीय उत्पादन और निर्यात दोनों के लिए देश के रक्षा उद्योग की क्षमता बढ़ाने के भारत सरकार के पक्के इरादे की जानकारी दी। उन्होंने दोनों देशों के बीच विशिष्ट प्रौद्याेगिकियों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के नए मौकों पर भी ज़ोर दिया।

विज्ञप्ति के अनुसार चर्चा के दौरान रूसी रक्षा मंत्री ने दोनों देशों के बीच आपसी भरोसे पर आधारित रिश्ते को और प्रगाढ़ करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों की दोस्ती पुरानी है और दोनों वर्षों से एक दूसरे रणनीतिक सहयोगी हैं।

बेलौसोव ने कहा कि रूस का रक्षा उद्योग रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में भारत का साथ देने के लिए तैयार है। उन्होंने रक्षा मंत्री सिंह को 2026 में आयोग की 23वीं बैठक की सह अध्यक्षता के लिए रूस आने का भी न्योता भी दिया।

बैठक अंत में दोनों मंत्रियों ने संयुक्त आयोग की 22वीं बैठक की रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किए, जिसमें सहयोग के मौजूदा और संभावित क्षेत्रों को रेखांकित किया गया है।

इस बैठक से पहले, रक्षा मंत्री और रूसी रक्षा मंत्री ने इंडियागेट के पास राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जा कर वहां पुष्प-चक्र आर्पित कर देश सेवा में प्राणोत्सर्ग करने वाले भारत के वीर सैनिकों को सम्मान दिया। रूस के रक्षा मंत्री के स्वागत में सेना के तीनों अंगों की टुकड़ियों ने समारोह पूर्वक सलामी दी।